तिरुवनंतपुरम: केरल में भारी बारिश और बाढ़ से मची तबाही में कुछ हद तक सुधार होता दिख रहा है. क्योंकि रविवार सुबह से बारिश में कमी देखी गई. सूबे में बारिश और बाढ़ ने अब तक अपने अंदर 370 जिंदगियों को खत्म कर दिया है. तो वही राहत शिविरों में ठहरे करीब 2 लाख लोगों को गंदगी और दूषित हवा के चलते बीमारियों का खतरा पैदा होने लगा है. हालांकि बारिश थमने के बाद कैंप में रहने वाले लोगों को प्रदूषित जल और हवा से पैदा होने वाली बीमारियों से निपटने के लिए सरकार सतर्क हो गई है. लेकिन कहा जा रहा है कि बारिश थमने के बाद राज्य में लोगों के बीच मलेरिया, डेंगू, टाइफायड आदि बीमारियां फैल सकती हैं.
ज्ञात हो कि कि केरल में पिछले दो हफ्ते से लगातार बारिश और बाढ के चलते लाखों लोग अपने घरों से बेघर हुए हैं वहीं, करीब 2 लाख से ज्यादा लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हुए हैं. राज्य में आई इस आपदा से अब तक सूबे में करीब 20 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.
गौरतलब हो कि केरल में आई इस ताबाही से वहां के लोग भले ही परेशान है लेकिन इनके इस संकट के घड़ी में देश ही नही पूरी दुनिया मदद के लिए सामने आ गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां शनिवार को केरल के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद 500 करोड़ रुपए राहत पैकेज की घोषणा किया. वहीं, राज्य के तमात मुख्यमंत्री और संसद भी केरल सरकार को मदद कर रहें है. केरल के लोगों के इस मुसीबत की घड़ी में दुबई और दूसरे देशों से मदद के हाथ उठने लगें हैं