नई दिल्ली: भारत ने वैश्विक महामारी कोविड-19 (COVID-19) के खिलाफ जारी अपनी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल कर लिया है. जबकि भारत ने दूसरे देशों को भी कोरोना वायरस को परास्त करने के लिए खूब सहायता की है. विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने बुधवार को कहा कि भारत ने महामारी के दौरान 150 से अधिक देशों को चिकित्सा आपूर्ति (Medical Supplies) और उपकरण (Equipment) दिए है, जिससे दुनिया को टक्कर देने वाले इस गंभीर मुद्दे से निपटने में आसानी हो. श्रीलंका को जल्द मिलेगी भारत में बनी एस्ट्रजेनेका COVID-19 वैक्सीन
इंस्टीट्यूट फॉर नेशनल सिक्योरिटी स्टडीज, इजराइल (Israel) के 14वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि भारत में बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन अभियान शुरू करने के साथ ही पड़ोसियों को भी भारतीय वैक्सीन की आपूर्ति शुरू की गई. जबकि आने वाले दिनों में अन्य भागीदार देशों को भी भारतीय वैक्सीन पहुंचाने की उम्मीद है. भारत उत्तरदाताओं के बीच समन्वय का समर्थन करता है. उन्होंने कहा कि कोरोना जैसे गंभीर मुद्दों से निपटने के लिए दुनिया केवल अधिक सामूहिक प्रयास से लाभान्वित हो सकती है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महामारी का मुकाबला स्वाभाविक रूप से आने वाले दिनों में वैश्विक एजेंडे पर हावी हो जाएगा. महामारी से प्रेरित परिवर्तनों पर उन्होंने कहा "दुनिया भी कहीं अधिक डिजिटल हो गई है, कोविड-19 महामारी द्वारा तेजी से परिवर्तन हुआ है. डिजिटलीकरण के अवसर अपनी कमजोरियों के साथ आते हैं. ये भी अधिक से अधिक अंतरराष्ट्रीय आदान-प्रदान और सहयोग के लिए प्राकृतिक डोमेन हैं.” COVID-19 वैक्सीन भेजने पर ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कहा धन्यवाद
उल्लेखनीय है कि भारत ने अपने दक्षिण एशियाई पड़ोसियों को कोरोना वायरस वैक्सीन भेजने के बाद अफ्रीका, ब्राजील जैसे देशों को भी वैक्सीन भेजी है. अब तक भारत में बनी सीरम इंस्टीट्यूट (Serum Institute) की कोविशील्ड (Covishield) और भारत बायोटैक (Bharat Biotech) की कोवैक्सीन (Covaxin) की लाखों डोज विदेशों में भेजी जा चुकी है. जबकि देशव्यापी कोविड-19 वैक्सीनेशन कार्यक्रम का तेरहवें दिन भी सफलतापूर्वक आयोजन किया जा रहा है. बुधवार शाम 6 बजे तक 23,28,779 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई गई है, जिनमें 2,99,299 लोगों को कल वैक्सीन की पहली खुराक दी गई. इसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक (डायरेक्टर जनरल) टेड्रोस अधनोम ने भारत का शुक्रिया अदा किया है, साथ ही पीएम मोदी की इस पहल की सराहना की है.