केरल में जारी है आफत की बारिश, अब तक 26 की मौत, 5 जिलों में NDRF तैनात
केरल में बारिश और भूस्खलन से 22 की मौत (Photo Credit: IANS)

तिरुवनंतपुरम: केरल में मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सुबह से जारी आफत की बारिश ने अबतक 26 जिंदगिया छीन ली है. केरल के अधिकांश हिस्सों में आज सुबह से हो रही बारिश से कई जगहों पर सड़कें बह गई हैं. इसके साथ ही रेल और हवाई यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है.

मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन ने मौसम पूर्वानुमान के मद्देनजर अलप्पुज्हा में शनिवार को होने वाली सालाना नेहरू रेस स्थगित कर दी है. विजयन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि बारिश ने राज्यभर में जीवन और संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचाया है.

विजयन ने कहा, "हमने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की छह अतिरिक्त टीमों की मांग की है. इसके अलावा हमने आर्मी, नेवी, कोस्ट गार्ड और एनडीआरएफ से मदद मांगी है."

उन्होंने कहा, "चूंकि इस प्रकरण से व्यापक नुकसान और विनाश हुआ है, इसलिए पैसों की आवश्यकता है और हम उन सभी का आह्वाहन करते हैं, जो दान करना चाहते हैं. वे इसे मुख्यमंत्री के फंड में कर सकते हैं."

इडुक्की जिले में बारिश से सर्वाधिक 10 लोगों की मौत हुई, जिनमें से पांच एक ही परिवार के सदस्य थे. आपदा नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, मलप्पुरम में 5, कन्नूर में 2 और वायनाड जिले में 1 की मौत हो गई. जबकि वायनाड, पलक्कड ओर कोझिकोड जिलों में एक-एक व्यक्ति लापता बताए जा रहे हैं.

बताया जा रहा है कि 1992 के बाद आज भारी बारिश की वजह से इडुक्की बांध का गेट खोलना पड़ा क्योकि पानी का स्तर काफी ज्यादा हो गया था. प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है. कोझिकोड और वायनाड जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम राहत कार्य में जुटी है. एनडीआरएफ की 6 बाढ़ राहत टीम को 5 जिलों में तैनात किया गया है.

कुछ जगहों पर रेल ट्रैक भी जलमग्न हो गया है. कांजीकोड और वालायर के बीच ट्रेक के नीचे की मिट्टी बह गई है. जिससे इस रूट पर ट्रेनों का आवागमन ठप्प हो गया है. वहीं, दो घंटे तक बंद रहने के लिए कोच्चि हवाई अड्डे का संचालन दोबारा शुरू कर दिया गया है.