नई दिल्ली. देश में पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं. अब आलम यह है कि दाम पिछले पांच सालों में सर्वाधिक स्तर पर पहुंच गया है. आज दसवें दिन भी पेट्रोल और डीजल के दाम में 30 पैसे का इजाफा देखा गया. बता दें कि वहीं लगातार कीमतों में हो रही वृद्धि से जनता परेशान है. वैसे तो केंद्र सरकार ने कीमतों को थामने के लिए कवायद तेज कर दी है. दूसरी तरफ विपक्ष भी लगातार मोदी सरकार पर हमला कर रही है. वहीं कयास लगाया जा रहा है कि आज मोदी कैबिनेट की होने वाली बैठक में पेट्रोल-डीजल के दाम पर चर्चा हो सकती है.
बता दें कि मुंबई में पेट्रोल 84.99 हो चुका है. वहीं दिल्ली में पेट्रोल का दाम 77 रुपये 17 पैसे पर पहुंच गया है. दिल्ली में पिछले दो दिनों में 30 पैसे का इजाफा हुआ है. अगर बात करें अन्य राज्य में पेट्रोल के दाम कि तो कोलकाता में 79 रुपया 83 पैसे और चेन्नई में 80 रुपया 11 पैसा प्रति लीटर है. आंकड़ो पर नजर डालें तो सोमवार को यह कीमत क्रमश: 76.57 रुपये और 84.49 रुपये रही. वहीं रविवार की ईधन की कीमतों ने ऊंचाई के अपने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे.
कांग्रेस ने किया केंद्र सरकार पर हमला
केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में निरंतर वृद्धि पर सवाल उठाया और मांग की कि इसे वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाया जाना चाहिए. पार्टी ने केंद्र सरकार से पेट्रोलियम उत्पादों पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क को तुरंत कम करने के लिए कहा और मांग की कि बीजेपी शासित राज्य सरकारों को आम जनता को राहत प्रदान करने के लिए मूल्यवर्धित कर (वैट) और अन्य करों में कमी करनी चाहिए.
कीमतों में बढ़ोतरी रोकेगी सरकार- शाह
वहीं सरकार के बचाव में आकर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार तीन-चार दिनों में देश में तेजी से बढ़ रही ईंधन कीमतों पर लगाम लगाने का समाधान निकाल लेगी. शाह ने कहा, "हम ईंधन कीमतों में बढ़ोतरी को काफी गंभीरता से ले रहे हैं. तेल की कीमत पहले से निर्धारित फार्मूले के हिसाब से बढ़ रही हैं. सरकार में जो हमारे लोग हैं वे तीन-चार दिनों में इसका समाधान निकाल लेंगे.