नई दिल्ली:- नये कृषि कानूनों के विरोध में सड़कों पर उतरे किसानों का आंदोलन सोमवार को 54वें दिन जारी है. किसान अपनी मांगो को लेकर पीछे हटने को तैयार नहीं है. किसान नये कृषि कानूनों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर अड़े हैं. सरकार के साथ 9वीं बार हुई बैठक भी असफल साबित हुई. किसान संगठनों की अगुवाई में देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर किसान डेरा डाले हुए हैं. इस बीच किसान नेताओं ने ऐलान किया था कि 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली निकालेंगे. जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी दायर की थी. गणतंत्र दिवस पर किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली पर सुप्रीम कोर्ट बुधवार को सुनवाई होगी.
बता दें कि इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा, सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि दिल्ली में प्रवेश का सवाल एक कानून और व्यवस्था की स्थिति है जिसे पुलिस द्वारा निर्धारित किया जाना है. केंद्र की ओर से पेश अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल का कहना है कि किसानों द्वारा ट्रैक्टर रैली अवैध होगी और दिल्ली में 5000 लोगों के प्रवेश की संभावना होगी. दरअसल पुलिस को डर है कि किसानों की आड़ में कहीं आतंकवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम न दे दें. वैसे भी आतंकी संगठन खालिस्तान समेत कई अन्य बड़ी वारदात को अंजाम देना चाहते हैं. Farmer protest: कृषि कानूनों पर किसानों की लड़ाई तेज, आज मनाएंगे 'महिला किसान दिवस.
ANI का ट्वीट:-
Supreme Court says the question of entry into Delhi is a law and order situation that is to be determined by Police.
Attorney General KK Venugopal, appearing for Centre, says that tractor rally by farmers will be illegal & there will likely be an entry of 5000 people in Delhi.
— ANI (@ANI) January 18, 2021
गौरतलब हो कि इस खींचतान के बीच सरकार और किसान नेताओं के बीच बैठकें हो रहीं है. इस क्रम में अगले दौर की वार्ता 19 जनवरी को विज्ञान भवन में होने जा रही है. अगले दौर की वार्ता से पहले केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान यूनियनों से नये कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग के अलावा अन्य विकल्प सुझाने का आग्रह किया है.