मुंबई: मीडिया में खबर फैलने के बाद पुणे के मीर एमआईटी स्कूल ने आज अपना बेतुका आदेश को वापस ले लिया है. बता दें की स्कूल ने छात्राओं को एक विशेष रंग के इनरवियर पहनने का आदेश दिया था. स्कूल के इस आदेश के विरोध में छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों ने जमकर प्रदर्शन किया था.
स्कूल मैनेजमेंट ने छात्रों के इनरवियर से लेकर पानी पीने तक का वक्त तय किया था. इतना ही नहीं स्कूल प्रशासन ने स्टूडेंट्स के टॉयलेट जाने का भी टाइम बनाया था. शिक्षण संस्थान का कहना था कि यह सारे कदम यहां पढनेवाली लड़कियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर उठाया गया है.
शिक्षा (प्राथमिक) के निदेशक दिनकर दीमकर ने पुणे नगर निगम (पीएमसी) को मामले की जांच करने का निर्देश दिया है. पीएमसी के शिक्षा बोर्ड ने मामले की जांच के लिए दो अधिकारियों को नियुक्त किया है.
इसलिए
इन नियमों के कारण मचा बवाल-
-छात्रों को टॉयलेट इस्तेमाल करने के लिए विशेष समय तय किया गया है
- पानी पीने के लिए भी समय दिया गया है इसके अलावा स्टूडेंट्स को पानी पीने की अनुमति नहीं होगी
- लड़कियों को तय साइज का ईयरिंग पहनना होगा
-छात्राओं के ड्रेस के नीचे के इनरवियर के रंग सफेद और शरीर के रंग के अलावा किसी और रंग के नहीं होने चाहिए
- मेडकिल स्थिति और इमरजेंसी के अलावा स्कूल के टॉयलेट्स एक निश्चित समय पर जा सकते है
-सेनेटरी पैड्स को सही तरह से उसके लिए तय डब्बे में नहीं डालने पर 500 रुपये का जुर्माना देना होगा
इसके अलावा स्कूल ने बच्चों के पेरेंट्स को भारतीय दंड संहिता के उल्लेख सहित एक एफिडेविट भी साइन करने के लिए कहा, जिसके तहत अगर अभिभावक नियमों को नहीं मानते हैं तो उनके खिलाफ स्कूल शिकायत दर्ज कर सकता है. स्कूल का नया शैक्षणिक टर्म 15 जून से शुरू हुआ था और छात्रों को 2 जुलाई को ये स्कूल डायरी दी गई.