नई दिल्ली: चक्रवाती तूफान 'रेमल' सोमवार को सुबह तक कमजोर पड़ गया और हवा की रफ्तार 60 से 80 किलोमीटर (किमी) प्रति घंटा हो गई. 'रेमल' रविवार मध्यरात्रि के आस-पास पश्चिम बंगाल तट पर पहुंचा था. मौसम विभाग ने बताया कि तूफान के उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने और कमजोर होने की संभावना है. बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों पर चक्रवाती तूफान 'रेमल' (Cyclone Remal) के पहुंचने के एक दिन बाद बंगाल के तटीय इलाकों में सोमवार को भारी तबाही का मंजर दिखा. तूफान के कारण बीती रात 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली थीं. Cyclone Remal Video: बिजली के खंभे-पेड़ उखड़े, भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसै हालात, चक्रवाती तूफान रेमल ने मचाई तबाही.
कमजोर हुआ रेमल
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने सोमवार को घोषणा की कि भीषण चक्रवाती तूफान 'रेमल' कल रात दस्तक देने के बाद से कमजोर हो गया है और आज शाम तक इसके गहरे दबाव में तब्दील होने की आशंका है. एनडीआरएफ ने भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के नवीनतम अपडेट के आधार पर यह घोषणा की.
Live Tracker में देखें लोकेशन
लाइव लोकेशन देखने के लिए यहां क्लिक करें
पश्चिम बंगाल में नुकसान
'रेमल' ने पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में बुनियादी सरंचनाओं और संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचाया है. इस चक्रवाती तूफान ने बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच के तटीय इलाकों पर भारी तबाही मचाई. 'रेमल' के पहुंचने की प्रक्रिया की शुरुआत रविवार रात साढ़े आठ बजे से शुरू हुई थी. हालात को सामान्य बनाने के प्रयास जारी हैं. आपातकालीन सेवाएं प्रभावित क्षेत्रों में मलबा हटाने और बिजली बहाल करने के काम में जुटी हैं.
असम में भारी बारिश का अलर्ट
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) ने एक विज्ञप्ति में बताया कि भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार और मंगलवार को असम के साथ-साथ अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी दी है. विज्ञप्ति के मुताबिक, असम के चिरांग, गोलपाड़ा, बक्सा, दीमा हसाओ, कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया गया है जबकि धुबरी, दक्षिण सलमारा, बोंगाइगांव, बजाली, तामुलपुर, बारपेटा, नलबाड़ी, मोरीगांव, नागांव, होजाई और पश्चिम कार्बी आंगलोंग के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है.
'रेमल' इस वर्ष के मानसून के मौसम से पहले बंगाल की खाड़ी में बना पहला चक्रवाती तूफान है. मानसून का मौसम जून से सितंबर तक रहता है. हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवातों का नामकरण करने वाली प्रणाली विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) के अनुसार, ओमान ने चक्रवात का नाम 'रेमल' (अरबी में रेत) रखा है.