नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या मंगलवार को 70 हजार के पार पहुंच गई है. जबकि इस घातक बीमारी के चपेट में आने वाले 2293 लोगों ने दम तोड़ दिया है. देश के विभिन्न अस्पतालों में इलाज के बाद 22 हजार 454 मरीज इस जानलेवा बीमारी से उबर चुके हैं. हालांकि सोमवार से ही कोरोना वायरस महामारी के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है. बीते 24 घंटे में 3,604 कोविड-19 के नए मामले सामने आए है. यहां क्लिक कर जानें अपने राज्य का हाल
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक एक ही दिन में कम से कम 87 लोगों के मौत होने की पुष्टि हुई है. महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं, यहां 23401 लोग इस बीमारी से संक्रमित हैं, इसके बाद दूसरा नंबर गुजरात का आता है, जहां 8541 इसकी चपेट में हैं और तमिलनाडु में अब तक 8002 मामलों की पुष्टि हुई है. कोविड 19 संकट के दौरान अपनी देखभाल के लिए आयुष मंत्रालय ने रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए बताए उपाय- यहां क्लीक कर पढ़ें
#COVID19: 87 deaths reported in the last 24 hours; total death toll 2293 https://t.co/sK3Eq4eR1P
— ANI (@ANI) May 12, 2020
महाराष्ट्र में इस संक्रमण से मौत का आंकड़ा भी सबसे ज्यादा है, यहां कम से कम 868 मरीजों की मौत हो चुकी है, जिसके बाद दूसरे नंबर पर गुजरात है, जहां 513 लोग मर चुके हैं और मध्य प्रदेश इस श्रेणी में 221 आंकड़ों के साथ तीसरे नंबर पर है. वहीं राष्ट्रीय राजधानी में कम से कम 7233 लोग अत्यधिक संक्रामक वायरस कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं. और 73 संक्रमितों की मौत हुई है. पीएम मोदी मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत में बोलें, आर्थिक गतिविधियां जोर पकड़ेंगी, ग्रामीण भारत को कोरोना मुक्त रखना होगा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि देश में कोविड-19 से स्वस्थ होने की दर 31.15 प्रतिशत तक पहुंच गई है. विभिन्न चिकित्सा व्यवसायियों के कार्य की सराहना करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 से निपटने, विशेषकर पिछले 3 महीनों के दौरान चिकित्सा व्यवसायियों द्वारा प्रदर्शित संयम के लिए देश को उन पर गर्व है. अमेरिका में कोरोना वायरस का तांडव बरकरार, अब तक 80 हजार से ज्यादा लोगों की मौत
उन्होंने एक बार फिर राष्ट्र से अपील की कि वे डॉक्टरों और स्वास्थ्य सेवा कर्मियों को कलंकित नहीं करें या निशाना नहीं बनाए, इसकी बजाए जनता की बड़े पैमाने पर सहायता करने की दिशा में उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ हमारी लड़ाई को जारी रखने के लिए डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य सेवा कर्मियों को हमारे सम्मान, सहायता और सहयोग की जरूरत है.