February Planetary Alignment: आसमान के दीवानों और खगोलशास्त्रियों के लिए फरवरी का महीना खास होने वाला है. 28 फरवरी को एक दुर्लभ खगोलीय घटना देखने को मिलेगी, जब हमारे सौर मंडल के सातों ग्रह - शनि, बुध, नेप्च्यून, शुक्र, यूरेनस, बृहस्पति और मंगल - एक विशेष संरेखण में नजर आएंगे. वैज्ञानिकों का कहना है कि सभी ग्रहों का इस प्रकार एक पंक्ति में आना अत्यंत दुर्लभ है.
क्या है ग्रहों का संरेखण?
ग्रह जब सूर्य के एक ही ओर आते हैं, तो इसे ग्रहों का संरेखण कहा जाता है. हालांकि, यह जरूरी नहीं कि ये ग्रह बिल्कुल एक सीधी रेखा में नजर आएं. ग्रह अपने-अपने कक्षों में तीन-आयामी अंतरिक्ष में घूमते हैं, जिससे उनका पूरी तरह एक सीध में आना लगभग असंभव है. NASA के अनुसार, ग्रहों की यह पंक्ति वास्तव में "अंतरिक्षीय समतल" (ecliptic) को दर्शाती है, जो सौर मंडल का वह समतल है जिसमें सभी ग्रह सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते हैं.
कब और कैसे देखें?
इस खगोलीय घटना को देखने के लिए आपको शहर की रोशनी से दूर खुले क्षेत्र में जाना होगा. यदि मौसम साफ है, तो आप अपनी नंगी आंखों से बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि को देख सकते हैं. नेप्च्यून और यूरेनस को देखने के लिए आपको टेलीस्कोप की जरूरत होगी.
इस शानदार नजारे का पहला चरण 21 जनवरी से शुरू होगा, जब छह ग्रह बड़े संरेखण में दिखेंगे. हालांकि, सातों ग्रहों का यह दुर्लभ मिलन 28 फरवरी को स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा.
पिछली बार कब दिखा था ऐसा नजारा?
सात ग्रहों का ऐसा अद्भुत संयोग पिछले साल अप्रैल में देखा गया था, जब उत्तरी अमेरिका में कुल सूर्य ग्रहण के दौरान यह नजारा नजर आया.
फरवरी क्यों खास है?
जहां जनवरी में क्वाड्रेंटिड उल्कापात (Quadrantid Meteor Shower) ने लोगों का ध्यान खींचा, वहीं फरवरी का यह ग्रहों का संयोग इसे और भी खास बना रहा है.
अगर आप इस खगोलीय घटना के दीदार करना चाहते हैं, तो अपनी टेलीस्कोप तैयार रखें और किसी शांत स्थान पर जाकर इस अद्भुत नजारे का आनंद लें. यह मौका बार-बार नहीं आता!