AI स्मार्टफोन की बढ़ेगी मांग, 2028 तक कुल शिपमेंट में होगी 54 प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी

नई दिल्ली, 10 जनवरी : जनरेटिव एआई (जेनएआई) स्मार्टफोन की हिस्सेदारी 2028 तक कुल मोबाइल शिपमेंट में 54 प्रतिशत से अधिक होगी. यह जानकारी शुक्रवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई. काउंटरपॉइंट रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस) अपग्रेड और नए मॉडल लॉन्च के जरिए फ्लैगशिप और मिड-रेंज दोनों स्मार्टफोन में जेनएआई का उपयोग किया जाएगा.

रिपोर्ट में बताया गया कि 5जी की पहुंच में इजाफा और डिवाइस में एआई कंप्यूटिंग के बढ़ते इस्तेमाल के कारण फ्लैगशिप मॉडल से लेकर लोअर-एंड तक के स्मार्टफोन में जेनएआई का उपयोग बढ़ेगा. रिपोर्ट के अनुसार, जेनएआई स्मार्टफोन की मांग आने वाले समय में तेजी से बढ़ेगी और 2025 के बाद इसमें काफी इजाफा देखा जाएगा. यह भी पढ़ें : AI संचालित 5जी आरएएन प्लेटफॉर्म के विकास के लिए केंद्र ने एआई टच को दी फंडिंग

स्मार्टफोन एआई कार्यक्षमताओं का अनुभव करने के लिए एकदम सही वाहक हैं. मिड-रेंज मॉडल अब सॉफ्टवेयर अपडेट और हाइब्रिड प्रोजेक्ट्स के माध्यम से जेनआई क्षमताओं को प्राप्त कर रहे हैं.

रिपोर्ट में कहा गया, "हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में मिड-रेंज और बजट डिवाइस में भी जेनएआई का इस्तेमाल देखने को मिलेगा. इसका मतलब है कि यूजर्स को एआई सुविधाओं का आनंद लेने के लिए कोई फ्लैगशिप डिवाइस खरीदने की ज़रूरत नहीं है."

वर्तमान में फ्लैगशिप और मिड-रेंज स्मार्टफोन दोनों पर जेनएआई उपयोग के कई मामले सामने आ रहे हैं. यह पहुंच सुनिश्चित करती है कि बाजार के एक बड़े हिस्से को एआई का लाभ मिलेगा. रिपोर्ट में बताया गया, निष्कर्षों से पता चला है कि एंड्रॉइड ब्रांड्स, एसओसी वेंडर्स, एलएलएम डेवलपर्स एआई इकोसिस्टम को बढ़ाने पर काम कर रहे हैं, जिससे जेनआई को स्मार्टफोन में इंटीग्रेड किया जा सके.

इससे पहले आई एक रिपोर्ट में बताया गया था कि एआई कौशल की मांग को लेकर विश्व स्तर पर तेजी आई है, जिसमें भारत और अमेरिका सबसे आगे हैं. अमेरिका में मांग मुख्य रूप से व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं द्वारा संचालित हो रही है, जबकि भारत में कॉर्पोरेट स्पॉन्सरशिप जेनएआई ट्रेनिंग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.