बड़ा हादसा टला! बुंदेलखंड एक्सप्रेस से टकराई बोलेरो, रेलवे की लापरवाही पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा

निवाड़ी: बुंदेलखंड एक्सप्रेस गुरुवार तड़के निवाड़ी जिले के मगरपुर रेलवे स्टेशन के पास एक बोलेरो एसयूवी से टकरा गई, जो रेलवे ट्रैक पर फंसी हुई थी. हालांकि बड़ा हादसा टल गया और ट्रेन में सवार सैकड़ों यात्रियों की जान बाल-बाल बच गई.

यह घटना रात करीब 1 बजे हुई, जब ग्वालियर से प्रयागराज जा रही बुंदेलखंड एक्सप्रेस तेज रफ्तार में मगरपुर स्टेशन से महज 5 किलोमीटर दूर पहुंची. इसी दौरान एक बोलेरो गाड़ी रेलवे ट्रैक पार करते हुए बीच में फंस गई. बताया जा रहा है कि इलाके में पुराने अंडरब्रिज को बंद कर दिया गया है और नया पुल निर्माणाधीन है, जिससे ग्रामीणों को मजबूरन ट्रैक पार कर आना-जाना पड़ता है.

बोलेरो में सवार लोग समय रहते कूदकर बचे 

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बोलेरो गाड़ी एक शादी समारोह से लौट रही थी और रास्ता न होने के चलते चालक ने ट्रैक पार करने की कोशिश की, लेकिन ट्रैक के बीच में गाड़ी फंस गई. तभी सामने से आ रही बुंदेलखंड एक्सप्रेस के चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाए, लेकिन टक्कर टालना संभव नहीं था. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बोलेरो पूरी तरह चकनाचूर होकर पटरी से दूर जा गिरी. सौभाग्य से बोलेरो में बैठे सभी लोग समय रहते कूदकर भाग निकले और उन्हें कोई चोट नहीं आई.

यात्रियों में मची अफरा-तफरी, ट्रेन 35 मिनट रुकी 

हादसे के बाद ट्रेन कुछ दूरी पर जाकर रुकी। यात्रियों में दहशत फैल गई और कुछ लोग डर के मारे ट्रेन से उतरकर ट्रैक पर आ गए. सूचना मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और Government Railway Police (GRP) मौके पर पहुंची और ट्रैक से बोलेरो के मलबे को हटाया. करीब 35 मिनट के बाद ट्रेन ने फिर से अपनी यात्रा शुरू की. यात्रियों में से किसी के घायल होने की सूचना नहीं है.

स्थानीय लोगों का रेलवे पर आरोप – "कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं दिया"

घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों में रोष देखा गया. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए रेलवे प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया. ग्रामीणों का कहना है कि पुराने अंडरब्रिज को बंद कर दिया गया है लेकिन कोई सुरक्षित वैकल्पिक रास्ता नहीं दिया गया, जिसके चलते ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर ट्रैक पार करना पड़ रहा है.

रेलवे ने बोलेरो मालिकों पर की कानूनी कार्रवाई शुरू

झांसी मंडल के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि बोलेरो वाहन के मालिकों के खिलाफ अतिक्रमण और ट्रैक पर अनाधिकृत प्रवेश के तहत कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. अधिकारी ने कहा, "जिस स्थान से वाहन ट्रैक पार कर रहा था, वहां कोई वैध मार्ग नहीं था. यह स्पष्ट रूप से अतिक्रमण का मामला है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है."