नई दिल्ली, 21 सितम्बर : राष्ट्रीय राजधानी में निकाय चुनाव से पहले दिल्ली कांग्रेस में प्रदेश पार्टी अध्यक्ष अनिल चौधरी की कार्यशैली को लेकर अलोचना तेज हो गई है. कुछ कांग्रेस नेताओं ने पत्र लिखे हैं और कुछ ने अपनी शिकायतों को प्रसारित करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है. अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में उम्मीदवार रोमेश सबरवाल ने खुलकर सामने आकर राहुल और प्रियंका गांधी वाड्रा को टैग करते हुए कई ट्वीट किए. उन्होंने लिखा, " ये साथी कहां हैं जो 1991 से 1998 तक हमें अपमानित कर रहे हैं? वे स्कूलों में थे. उन्हें लगता है कि वे सभी आपसे ऊपर हैं. कृपया हमें अपमान से बचाएं. हम पार्टी और आपके परिवार के वफादार हैं. हम हमेशा से राजीव जी और इंदिरा जी परिवार के साथ खड़े हैं."
उन्होंने आगे कहा, "एट द रेट राहुल गांधी आपने हमारा नेतृत्व करने के लिए अनपढ़ और जूनियर्स लोग दिए थे. आपकी दादी, पिता और माता के प्रति निष्ठा के साथ काम करने वाले सभी वरिष्ठ लोग अपमानित हो रहे हैं. एट द रेट शक्ति सिंह गोहिल हमें कोई नहीं सुन रहा है. अगर हम वरिष्ठ हो गए तो यह अब हमारी पार्टी में अपराध है? आपके परिवार के वफादार कहां हैं?" कई बार बैठकें करने के बाद असंतुष्ट समूह ने गांधी परिवार के छुट्टी से लौटने के बाद संयुक्त रूप से आवाज उठाने का फैसला किया है. सूत्रों का कहना है कि कई नेता सोनिया गांधी को पत्र लिखने की योजना बना रहे हैं और कुछ ने लिखा भी है लेकिन अभी खुलासा नहीं किया है. दिल्ली अध्यक्ष के करीबी सूत्रों ने कहा कि यह निराधार है और पार्टी के लिए काम करने के लिए सभी का स्वागत है. यह भी पढ़ें : Desi Jugad Video: बाइक को बस पर चढ़ाने के लिए शख्स ने किया देसी जुगाड़, वीडियो देख हो जाएंगे हैरान
अनिल चौधरी को मार्च 2020 में दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था. दिल्ली कांग्रेस प्रमुख द्वारा समन्वयकों की नियुक्ति के बाद मतभेद सामने आए. चौधरी के विरोधियों का कहना है कि नियुक्तियां जिलों के पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों की सलाह के बिना की गई हैं. दिल्ली कांग्रेस ने एआईसीसी पर्यवेक्षकों के साथ समन्वय के लिए समन्वयकों की नियुक्ति की. कांग्रेस ने आगामी दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. एमसीडी चुनाव 2022 में होने हैं, लेकिन कांग्रेस ने एक साल पहले से तैयारी शुरू कर दी है. एमसीडी चुनाव अगले बड़े लोकसभा चुनावों में मतदाताओं के मूड के संकेतक हैं. अभी बीजेपी के पास सबसे ज्यादा 181 सीटें हैं और उसके बाद आप के पास 49 और कांग्रेस के पास 31 सीटें हैं.