पुणे (महाराष्ट्र), 9 अप्रैल : स्कूलों, कॉलेजों और औपचारिक कार्यक्रमों में विज्ञान के विषयों पर चर्चा आम बात है लेकिन लोग अब मशीनों, ब्रह्मांड और जलवायु परिवर्तन जैसे विज्ञान के विभिन्न विषयों पर पब, लाउंज और कैफे में ही नहीं बल्कि शराब की चुस्की के साथ भी सामान्य बातचीत करने लगे हैं. उनका फार्मूला है : ‘‘विज्ञान ‘प्लस’ शराब की चुस्की ‘माइनस’ गपशप और गंभीरता यानी खूब सारा मजा’’.
जी हां, आपने बिल्कुल ठीक सुना, भारतीय उष्ण देशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के जलवायु विज्ञानी अनूप महाजन की अगुवाई में पुणे के विज्ञानप्रेमियों का एक समूह अपनी अनूठी ‘साइंस ऑन टैप’ पहल से विज्ञान और आम लोगों के बीच फासला कम करने के मिशन पर है. महाजन ने कहा कि विज्ञान और लोगों के बीच की खाई को कम करने के उद्देश्य से लोगों तक पहुंचने की यह पहल शुरू की गई है. यह भी पढ़ें : Low Immunity : भारत के लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कम होने से मंडरा रहा कोविड का खतरा – WHO एसई एशिया प्रमुख
‘साइंस ऑन टैप’ योजना के पीछे महाजन का ही दिमाग है. उन्होंने ‘पीटीआई-’ से कहा, ‘‘बहुत सारी गलत सूचनाएं हैं. लोग नहीं जानते कि कौन सी जानकारी सही है और कौन सी गलत है. अधिकांश लोग सोशल मीडिया पर ऐसी जानकारी के संपर्क में हैं जो असत्यापित हैं और विज्ञान सहित सभी विषयों पर गलत सूचनाएं फैल रही हैं.’’