मुंबई, 12 मई मुंबई के एक शख्स के साथ ऑनलाइन कम कीमत में रेमडेसिविर इंजेक्शन दिलवाने के नाम पर 40,000 रुपये की ठगी की गई। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए रेमडेसिविर दवा की फिलहाल बहुत ज्यादा मांग है।
अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि यह घटना 27 अप्रैल की है जब पीड़ित को रेमडेसिविर की छह शीशीयों की जरूरत थी।
ऑनलाइन दवा खोजने के दौरान उसे एक प्रमुख चिकित्सा कंपनी की सामाजिक शाखा का मोबाइल नंबर मिला।
अधिकारी ने बताया कि जब व्यक्ति ने नंबर मिलाया, तो दूसरी तरफ के व्यक्ति ने रेमडेसिविर के छह इंजेक्शनों के लिए उससे एक बैंक खाते में 20,400 रुपये डलवाने को कहा।
हालांकि, पैसा जमा नहीं हो पाया और उसे फिर से पैसा जमा करने को कहा गया। बाद में, पीड़ित व्यक्ति को समझ आया कि उसके खाते से दो बार पैसा निकल गया है।
अधिकारी ने बताया कि उसने चिकित्सा कंपनी के व्यक्ति को फिर से फोन किया और जब उसे कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला तो वह समझ गया कि उसके साथ ठगी की गई है।
उन्होंने बताया कि ठगी के शिकार व्यक्ति ने तब खार पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
मामले में जांच के दौरान, खार पुलिस ने संबंधित बैंक से संपर्क किया और पाया गया कि आरोपी का खाता पटना स्थित शाखा में था।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने बैंक अधिकारियों से आरोपी के खाते से लेन-देन पर रोक लगाने को कहा और पीड़ित व्यक्ति द्वारा जमा की गई राशि को उसे लौटा दिया गया।
पुलिस ने इस संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) एवं अन्य संबंधित प्रावधानों में मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश जारी है।
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