Biggest Anaconda Video: नया रिकॉर्ड! अमेजन के जंगल में मिला दुनिया का सबसे बड़ा सांप, वीडियो में देखें 25 फीट का ग्रीन एनाकोंडा
(Photo : AI)

Biggest Snake Green Anaconda: फिल्मों और किताबों में अक्सर दिखाए जाने वाले एनाकोंडा को दुनिया का सबसे बड़ा सांप माना जाता है. जब भी "सबसे बड़ा सांप" शब्द सुनाई देता है, तो दिमाग में उस विशालकाय सांप की छवि उभर आती है, जो अमेज़न के जंगलों में घूमता है और लोगों में दहशत पैदा करता है. इसलिए यह कल्पना करना मुश्किल है कि कोई अन्य सांप सबसे विशाल होने के मामले एनाकोंडा की जगह ले सकता है.

दुनिया का सबसे बड़ा सांप अमेजन रेनफॉरेस्ट की गहराई में खोजा गया है. यह सांप इतना बड़ा है कि बड़े-बड़े जानवर को सीधे निगल जाए. यह 26 फीट लंबा है. इस सांप का नाम उत्तरी हरा एनाकोंडा है. वाइल्डलाइफ प्रेजेंटर प्रोफेसर फ्रीक वोंक को यह ब्राजील के सुदूर इलाके में मिला था. इससे पहले सांप की सबसे बड़ी ज्ञात प्रजाति रेटिकुलेटेड अजगर था, जो औसतन 20 फीट 5 इंच लंबा है.

एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें 40 वर्षीय डच जीवविज्ञानी प्रोफेसर वोंक को विशाल एनाकोंडा के बगल में तैरते हुए देखा जा सकता है. उन्होंने बताया, 'नौ देशों के 14 अन्य वैज्ञानिकों के साथ मिलकर हमने दुनिया में सबसे बड़ी सांप प्रजाति ग्रीन एनाकोंडा की खोज की है.'

 

दक्षिण अमेरिका के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाने वाला हरा एनाकोंडा दुनिया का सबसे बड़ा सांप माना जाता था. अब तक एनाकोंडा की तीन अन्य प्रजातियों की खोज की गई थी. हालांकि, वैज्ञानिकों के एक दल ने कुछ ऐसे तथ्यों का पता लगाया है, जिनके आधार पर उन्होंने यह दावा किया है कि हरा एनाकोंडा वास्तव में आनुवंशिक रूप से दो अलग-अलग प्रजातियां हैं.

नई प्रजाति, जो अब दुनिया के सबसे बड़े और भारी सांप का खिताब लेगी, वह 7.5 मीटर तक लंबी हो है और इसका वजन लगभग 500 किलो तक हो सकता है. इस नई प्रजाति को उत्तरी हरा एनाकोंडा (यूनेक्ट्स अकायिमा) नाम दिया गया है.

यह अध्ययन पिछले हफ्ते ही वैज्ञानिक पत्रिका "डायवर्सिटी" में प्रकाशित हुआ था. वैज्ञानिक इक्वाडोर के अमेज़न में कुछ उत्तरी हरे एनाकोंडा को पकड़ने और अध्ययन करने में सफल रहे. उन्हें स्थानीय वाओरानी लोगों की मदद मिली, जो जंगलों और जल क्षेत्रों से अच्छी तरह परिचित थे.

खतरनाक होते हैं ये एनाकोंडा 

वैज्ञानिकों ने बताया कि एनाकोंडा पानी में छिपे हुए थे और इंसानों के नावों को देखते ही उनका शिकार करने के लिए तैयार हो जाते थे.