Carbon Monoxide Poisoning: क्या है कार्बन मोनोऑक्साइड पॉइजनिंग, जिससे जॉर्जिया में 12 भारतीयों की हो गई मौत
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Carbon Monoxide Poisoning: जॉर्जिया के गुदाउरी में 12 भारतीय कर्मचारियों की मौत की खबर ने सभी को झकझोर कर रख दिया है. जॉर्जिया के गुदाउरी में 14 दिसबंर को एक रेस्टोरेंट के अंदर 12 भारतीय कर्मचारी मृत पाए गए थे. अधिकारियों को संदेह है कि ये मौतें कार्बन मोनोऑक्साइड गैस से निकलने वाले जहर के कारण हुई हैं. भारतीय दूतावास ने इस दुखद घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है और मृतकों के शवों को भारत लाने की प्रक्रिया में स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय किया जा रहा है.

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कैसे हुई यह घटना?

यह घटना एक भारतीय रेस्टोरेंट के दूसरे फ्लोर पर हुई, जहां ये कर्मचारी अपने बेडरूम में मृत पाए गए. शुरुआती जांच के अनुसार, इस जहर का कारण एक पावर जेनरेटर था, जिसे बिजली कटौती के बाद चालू किया गया था.

जेनरेटर को बंद जगह में रखा गया था, जो बेडरूम के पास स्थित था. जेनरेटर के जलने से उत्पन्न कार्बन मोनोऑक्साइड गैस ने कमरे में प्रवेश कर लिया, जिससे सभी कर्मचारियों का नींद में ही दम घुट गया.

कार्बन मोनोऑक्साइड पॉइजनिंग क्या है?

कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) एक अदृश्य, रंगहीन और गंधहीन गैस है, जो ईंधन जलने के दौरान बनती है. यह गैस इंसानों के लिए अत्यधिक जानलेवा हो सकती है. जब इसे सांस के जरिए अंदर लिया जाता है, तो यह शरीर में ऑक्सीजन के उपयोग को बाधित करती है.

कार्बन मोनोऑक्साइड के मुख्य स्रोत

  • पावर जेनरेटर
  • लकड़ी, कोयला या गैस से जलने वाले हीटर
  • वाहन के इंजन
  • खराब वेंटिलेशन वाले कमरे में चलने वाले उपकरण

लक्षण:

कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता के लक्षण धीरे-धीरे सामने आते हैं और इनमें शामिल हैं:

  • सिरदर्द
  • चक्कर आना
  • कमजोरी और उल्टी
  • दिल की धड़कन तेज़ होना
  • सांस लेने में कठिनाई
  • भ्रम और बेहोशी
  • गंभीर मामलों में दौरे और मृत्यु

क्या है इलाज?

कार्बन मोनोऑक्साइड पॉइजनिंग के इलाज के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जाते हैं:

  • शुद्ध ऑक्सीजन देना: मरीज को 100% शुद्ध ऑक्सीजन दी जाती है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन का स्तर सामान्य हो सके.
  • हाइपरबारिक ऑक्सीजन थेरेपी: गंभीर मामलों में मरीज को एक विशेष चैंबर में रखा जाता है, जहां उसे उच्च दबाव में शुद्ध ऑक्सीजन दी जाती है. यह प्रक्रिया गैस को खून से तेजी से निकालने में मदद करती है.

कार्बन मोनोऑक्साइड पॉइजनिंग से बचने के उपाय:

  • पावर जेनरेटर और हीटर का उपयोग हमेशा अच्छी वेंटिलेशन वाले स्थानों पर करें.
  • कार्बन मोनोऑक्साइड डिटेक्टर लगवाएं, जो गैस का स्तर बढ़ने पर अलर्ट कर सके.
  • बंद जगहों पर कोयला, लकड़ी या गैस का उपयोग न करें.
  • गैस उपकरणों और चिमनियों का नियमित निरीक्षण और रखरखाव कराएं.

जॉर्जिया में हुई यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि कार्बन मोनोऑक्साइड कितनी घातक हो सकती है. यह गैस बेहद खतरनाक है और इसे महसूस करना भी असंभव है, लेकिन यह जानलेवा हो सकती है. इसलिए सावधानी और सतर्कता बेहद जरूरी है.