अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री एस्पर रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने पर पीएम मोदी संग करेंगे चर्चा
माइक पोम्पियो, नरेंद्र मोदी और माइक एस्पर (Photo Credits: ANI/Twitter)

न्यूयॉर्क, 24 अक्टूबर: अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो (Mike Pompeo) और रक्षा मंत्री माइक एस्पर (Mark Esper) अगले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से मुलाकात करेंगे और अमेरिका-भारत व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के विषय में चर्चा करेंगे जिसके लिए वह और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) प्रतिबद्ध हैं. एक वरिष्ठ राजनयिक ने यह जानकारी दी. दक्षिण एशिया के लिए प्रिंसिपल डिप्टी असिस्टेंट सेक्रेटरी डीन थॉम्पसन ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा, "जब हम साथ काम करते हैं तो अमेरिका और भारत मजबूत, ज्यादा सुरक्षित और अधिक समृद्ध हैं."

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से ठीक एक सप्ताह पहले मंगलवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ भारत-अमेरिका 2 प्लस 2 वार्ता के लिए पोम्पियो और एस्पर नई दिल्ली दौरे पर जाने वाले हैं. थॉम्पसन ने कहा, "2 प्लस 2 चर्चा वैश्विक सहयोग, महामारी की प्रतिक्रिया और भारत-प्रशांत में चुनौतियां : इकॉनॉमिक स्पेस, और ऊर्जा सहयोग, परस्पर संबंध और रक्षा और सुरक्षा सहयोग पर केंद्रित होंगी." उन्होंने कहा, "अपनी सभी बैठकों में मंत्री इन चुनौतीपूर्ण समय के दौरान हमारे आपसी हितों के समर्थन में अमेरिका-भारत साझेदारी का विस्तार करने के अवसरों की तलाश करेंगे."

यह भी पढ़ें: चीन ने भारत की उत्तरी सीमा पर 60, 000 सैनिकों को तैनात किया: अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो

राष्ट्रपति चुनाव से ठीक एक सप्ताह पहले 2 प्लस 2 बैठक के समय के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "तथ्य यह है कि हम अभी इस पर चर्चा कर सकते हैं, यह इस क्षेत्र में स्थिति से प्रेरित है.' उन्होंने कहा कि चर्चा में कोविड-19 रिसपॉन्स एक अहम विषय होगा. चीन पर, थॉम्पसन ने कहा कि मुझे लगता है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति को लेकर शायद किसी बिंदु पर चर्चा की जाएगी, और हम स्थिति को करीब से देख रहे हैं.

यह पूछे जाने पर कि क्या बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट (बीईसीए) और एक समुद्री सूचना साझाकरण समझौते या किसी अन्य समझौते पर पोम्पियो और एस्पर की यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए जाएंगे, तो उन्होंने कहा कि हम अभी काफी चर्चाओं को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं, और इसलिए मुझे पता है कि बीईसीए और अन्य समझौतों के संबंध में काम हो रहा है. भारतीय कैबिनेट ने बुधवार को कथित तौर पर बीईसीए को मंजूरी दे दी, जिसे रक्षा मंत्रालय ने प्रस्तावित किया था.