वाशिंगटन, 6 जनवरी : अमेरिका (America) में चार राज्यों में कोविड -19 (COVID-19) वेरिएंट के संक्रमण की पुष्टि हुई है, वहीं वैक्सीन रोलआउट (Vaccine rollout) राष्ट्रव्यापी शेड्यूल से पीछे चल रहा है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, न्यूयॉर्क राज्य में सोमवार को कोरोनावायरस (Coronavirus) के नए व अधिक संक्रामक वेरिएंट का पहला मामला दर्ज किया गया. न्यूयॉर्क राज्य के गवर्नर एंड्रयू कुओमो के अनुसार, इस मामले की पहचान सरतोगा काउंटी के एक 60 वर्षीय व्यक्ति में की गई, जिसने कोई यात्रा नहीं की थी.
न्यूयॉर्क देश का चौथा राज्य है जहां नए वेरिएंट के संक्रमण की पुष्टि हुई है, इससे पहले यह कैलिफोर्निया, फ्लोरिडा और कोलोराडो में भी पाया गया है. विशेषज्ञों ने कहा है कि वेरिएंट को अधिक संक्रमणीय माना जाता है, लेकिन इससे लोगों को अधिक बीमार बनाने या मौत का खतरा बढ़ाने जैसा कुछ नहीं है. वहीं वेरिएंट संक्रमित लोगों में बीमारी को अधिक गंभीर बनाने का कारण नहीं माना जा रहा है और वर्तमान वैक्सीन इसके खिलाफ प्रभावी होना चाहिए. यह भी पढ़ें : Coronavirus: वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के मामले 8.6 करोड़ हुए
गवर्नर गेविन न्यूसम ने सोमवार को कहा कि कैलिफोर्निया राज्य के दक्षिणी भाग में नए वेरिएंट के छह मामलों की पुष्टि की गई है. सैन डिएगो काउंटी के एक व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य अधिकारी संपर्क ट्रेस करने का प्रयास कर रहे हैं. सीडीसी ने दिसंबर के अंत में एक नया आदेश लागू किया है, जिसमें यूनाइटेड किंगडम से यूनाइटेड स्टेट्स पहुंचने वाले हवाई यात्रियों को नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट दिखाने की आवश्यकता है, यह कोविड-19 टेस्ट प्रस्थान से पहले 72 घंटे से अधिक अवधि की नहीं होनी चाहिए. यह भी पढ़ें : Coronavirus Cases Update: फ्रांस में COVID-19 के नए मामलों के साथ बढ़ रही है मौतों की संख्या, एक दिन में 20 हजार से नए मामले दर्ज
अमेरिका के चयनित राष्ट्रपति जो बाइडन के कोविड -19 के सलाहकार बोर्ड के सदस्य माइकल ओस्टरहोम ने मंगलवार को कहा कि, कोरोनावायरस के नए वेरिएंट के और अधिक मामले अमेरिका में सामने आ सकते हैं. इस बीच, स्वास्थ्य विशेषज्ञों और अधिकारियों ने राज्यों को धीमी गति से वैक्सीन रोलआउट के लिए दोषी ठहराया है. देश में 2020 के अंत तक 2 करोड़ अमेरिकियों को इंजेक्शन लगाने की योजना बनाई गई थी. हालांकि, सीडीसी के अनुसार, 4 जनवरी तक सिर्फ 4.56 मिलियन लोगों को ही शॉट्स लगाए गए हैं.