राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लोगों को किया 'HAPPY GOOD FRIDAY' विश, जानें इसमें क्या है गलत और इस दिन क्या कहकर करते हैं ईसाई मित्रों को विश
डोनाल्ड ट्रंप (Photo Credits ANI)

नई दिल्ली: देश और और दुनिया में 10 अप्रैल यानी आज गुड फ्राइडे (Good Friday) मनाया जा रहा है. हालांकि कोरोना वायरस के लॉकडाउन के चलते लोग चर्चों में नहीं जा पाए हैं. पर लोग अपने घरों में ही ईसा मसीह को याद कर रहे हैं. चर्च में यदि कोई प्रे कर रहा है तो वह सिर्फ पादरी. गुड फ्राइडे को लेकर ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने गलती से एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने लोगों को गुड फ्राइडे को लेकर लिखा है 'HAPPY GOOD FRIDAY TO ALL!. जबकि यह दिन ईसाई धर्म में  गम का दिन होता है. इस दिन कोई किसी को विश या बधाई नहीं देता है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यही ट्वीट है. जिसे वे गुड फ्राइडे को लेकर ट्वीट किया हैं. जिसमें उन्होंने गलती से गुड फ्राइडे को लेकर लोगों को विश किया है.बता दें कि इसाई धर्म में इस दिन लोग ख़ुशी नहीं मनाते हैं. ना तो किसी को बधाई को लेकर को सन्देश भेजते हैं. बल्कि एक दूसरे से मिलने पर लोग गले लगकर ईसा मसीह के गम में उन्हें याद करते हैं. यह भी पढ़े:Good Friday 2020 Messages: गुड फ्राइडे पर प्रियजनों को भेजें ये हिंदी WhatsApp Stickers, GIF, Images, Wallpapers, SMS, Quotes और करें ईसा मसीह के बलिदान को याद

डोनाल्ड  ट्रंप का  गुड फ्राइडे  को लेकर ट्वीट:

ट्रंप के इस गलत ट्वीट के बाद लोगों की प्रतिक्रिया:

ट्रंप के प्रति लोगों की प्रतिक्रिया:

जानें क्यों कहते है गुड फ्रायडे

ईसाई समाज गुड फ्रायडे को शोक के दिन के रूप में मनाता है, क्योंकि इसी दिन ईसा को सूली पर चढ़ाया गया था. लेकिन हैरानी इस बात को लेकर होती है कि शोक के इस फ्रायडे को गुड फ्रायडे क्यों कहा जाता है. वस्तुतः ईसाई समाज के अनुसार इस दिन यीशु ने मानव समाज के लिए बलिदान देकर निःस्वार्थ प्रेम का उदाहरण पेश किया था. तमाम  विरोध और यातनाएं सहते हुए यीशु ने अपने प्राण त्याग थे.

इस बलिदान के लिए कृतज्ञता व्यक्त करते हुए यीशु के कई अनुयायी 40 दिन तक उपवास रखते हैं तो कोई इस शुक्रवार को ही व्रत रखकर प्रार्थना करते हैं. प्रभु यीशु के वचनों को अमल करने का दिन है गुड फ्रायडे. उनके अनुयायियों का मानना है कि इस दिन का महत्व प्रभु यीशु को दी गई यातनाओं को याद करने और उनके वचनों पर अमल करने का दिन है, जो उनका मार्गदर्शन करता है. इसीलिए वे इसे सामान्य फ्रायडे के बजाये गुड फ्रायडे के रूप में मनाते हैं.