Tibet Earthquake: तिब्बत के एक पवित्र शहर के पास आए भूकंप में कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई और 38 लोग घायल हो गए. भूकंप के झटके नेपाल, भूटान और भारत में भी महसूस किए गए. यह भूकंप स्थानीय समय के अनुसार सुबह 9:05 बजे (जीएमटी 0105) हुआ. इसका केंद्र तिब्बत के टिंगरी क्षेत्र में स्थित था, जो एवरेस्ट क्षेत्र के उत्तरी द्वार के रूप में जाना जाता है. भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर (6.2 मील) थी. इसके बाद कई आफ्टरशॉक्स भी आए, जिनमें सबसे बड़ा 4.4 की तीव्रता का था.
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में आसपास के इलाके में दुकान के सामने बिखरे हुए मलबे और सड़क पर फैली हुई मलबा देखी गई.
तिब्बत में 7.1 तीव्रता का भूकंप
Çin'in Tibet bölgesinde 53 kişinin hayatını kaybettiği 7.1 şiddetindeki deprem anı güvenlik kameralarına yansıdı. pic.twitter.com/M1leOYZkyT
— Haberanti (@haberanti) January 7, 2025
भूकंप में 32 से ज्यादा लोगों की मौत
🚨 A 7.1-magnitude earthquake in Tibet has left 53 dead, with rescue efforts underway in Dingri County. The quake’s impact reached Nepal, India, Bhutan, and Bangladesh, affecting over 105 million people. Thousands experienced “strong” to “severe” shaking.
— Alex Tran (@QuangNghaTrn2) January 7, 2025
भारत और नेपाल में भी महसूस किए गए झटके
भारत के बिहार राज्य, नेपाल की राजधानी काठमांडू और भूटान की राजधानी थिम्फू में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. हालांकि, नेपाल में किसी प्रकार के भौतिक नुकसान की सूचना नहीं है. यह भूकंप उस क्षेत्र में आया है, जहां भारतीय और यूरेशियाई टेक्टोनिक प्लेट्स के टकराने से अक्सर भूकंप आते हैं.
भूकंप से 70 हजार लोगों की हुई थी मौत
इससे पहले भी 2008 में चीन के सिचुआन प्रांत में आए एक भूकंप ने 70,000 लोगों की जान ले ली थी. 2015 में काठमांडू के पास आए एक 7.8 तीव्रता के भूकंप ने नेपाल में भारी तबाही मचाई थी.