नई दिल्ली, 7 जनवरी (आईएएनएस). कई बार लोगों में छोटी-छोटी बातों को भूल जाने की परेशानी देखने को मिलती है. शुरुआत में लोग अक्सर इसे नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन बाद में इसकी वजह से लोगों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है. इसी को देखते हुए आईएएनएस ने इस विषय पर फोर्टिस अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ प्रियम शर्मा से खास बातचीत की.
उन्होंने बताया कि इसे मनोचिकित्सक की भाषा में ‘फोरगेट फ्लू’ की बीमारी कहते हैं. ऐसी स्थिति में व्यक्ति आमतौर पर कई छोटी-मोटी बातें भूल जाता है. शुरुआत छोटी-मोटी बातों को भूलने से ही होती है. लेकिन, बाद में धीरे-धीरे इसकी गंभीरता इस कदर बढ़ जाती है कि इसके बाद वो कई बड़ी और जरूरी बातों को भी भूलने लगता है, जिससे उसे आगे चलकर कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
डॉ प्रियम शर्मा बताती हैं कि ऐसा कई बार कारणों की वजह से होता है. जैसे तनाव या किसी बात की चिंता. इन दोनों ही स्थिति में किसी भी व्यक्ति का दिमाग ठीक ढंग से काम करना बंद कर देता है, तो ऐसे में व्यक्ति छोटी-छोटी बातें भूलने लग जाता है.
डॉ के अनुसार अगर आप इस तरह की समस्याओं से निजात पाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होगा. जैसे कि अपने आहार का विशेष ध्यान रखें. आपकी पूरी कोशिश होनी चाहिए कि आप अपने आहार में पोषण युक्त पदार्थों का इस्तेमाल करें, जिससे आपको इस तरह की बीमारियों से छुटकारा मिल सकें.
इसके अलावा, नियमित तौर पर व्यायाम करें, क्योंकि आमतौर पर देखने को मिलता है कि एक्सरसाइज के अभाव से भी लोगों में भूलने की समस्या रहती है, जिससे निजात पाने के लिए व्यक्ति के लिए यह जरूरी हो जाता है कि वह अपनी शारीरिक गतिविधियों पर विशेष ध्यान दें.
इसके साथ ही चिंता और तनाव से दूर रहने की कोशिश करें. अपनी मानसिक स्थिति को आराम दें, क्योंकि लगातार जब आपका मन किसी विशेष कार्य में शामिल रहता है, तो ऐसी स्थिति में भी वह व्यक्ति भूलने की बीमारी से ग्रसित हो जाता है.
डॉ आगे बताती हैं कि अगर विशेष सुझावों का पालन करें, तो यह कोई ज्यादा गंभीर बीमारी नहीं है. आप अपनी कुछ आदतों में सुधार लाकर इस तरह की भूलने की बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं.