ताइवान में हाल ही में आए विनाशकारी भूकंप के बाद, अब जापान की धरती भी कांपी है. 4 अप्रैल को जापान के पूर्वी तट के पास 6.3 तीव्रता का एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिससे एक बार फिर प्रशांत क्षेत्र में भूकंपीय गतिविधि की सक्रियता पर चिंता बढ़ गई है.
हालांकि अभी तक किसी बड़े नुकसान या हताहतों की खबर नहीं है, लेकिन यह घटना इस क्षेत्र की भेद्यता की याद दिलाती है. जापान, "रिंग ऑफ़ फायर" पर स्थित होने के कारण, हमेशा से ही भूकंपों का सामना करता रहा है. इस क्षेत्र में टेक्टॉनिक प्लेटों की गतिविधि के कारण भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट आम हैं.
जापान में, भूकंपरोधी इमारतों और नियमित आपदा अभ्यास के माध्यम से इस तरह की घटनाओं के लिए व्यापक तैयारी की जाती है. फिर भी, प्रकृति की अप्रत्याशितता के सामने हमेशा सतर्क रहना आवश्यक है. यह घटना ताइवान और जापान ही नहीं, बल्कि पूरे प्रशांत क्षेत्र के देशों के लिए एक चेतावनी है.
BREAKING: 6.3 magnitude earthquake near the east coast of Japan
— The Spectator Index (@spectatorindex) April 4, 2024
ताइवान में भूकंप से तबाही
ताइवान में 25 वर्षों में आए सबसे भीषण भूकंप में बुधवार को 9 लोगों की मौत हो गई और 1000 से ज्यादा घायल हो गए. दो भारतीयों के लापता होने की खबर है, जिनमें एक महिला भी है. भूकंप निगरानी एजेंसी ने कहा, भूकंप की तीव्रता 7.2 थी जबकि अमेरिकी सर्वेक्षण ने इसे 7.4 बताया. इसके चलते 70 लोग विभिन्न जगहों पर फंस गए. इसका केंद्र हुलिएन में जमीन से 35 किमी नीचे था.