Koo App क्या है? कू (Koo) एक घरेलू माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट है. कू 10 महीने पहले लॉन्च किया गया था, लेकिन कई राजनेताओं और सेलेब्स के इसमें शामिल होने के बाद अब इसे ट्विटर (Twitter) पर भारतीय विकल्प के रूप में देखा जा रहा है. ट्विटर की तरह ही कू का उपयोग विभिन्न विषयों पर विचार और राय व्यक्त करने के लिए किया जा सकता है. इसमें भी यूजर्स एक-दूसरे को फॉलो कर सकते हैं, सर्वेक्षण कर सकते हैं. जबकि ट्विटर की तरह ही कू पर भी फ़ोटो, ऑडियो, वीडियो शेयर किया जा सकता हैं. कू ऐप में ट्विटर की तरह ही डीएम यानी डायरेक्ट मैसेज की भी सुविधा दी गई है. ताकि यूजर्स एक दूसरे के साथ चैट कर सकें. ट्विटर ने सरकार के आदेश के बाद भारत में कुछ अकाउंट पर रोक लगायी
कू ऐप को 10 महीने पहले शुरू किया गया था और इसने भारत सरकार द्वारा आयोजित आत्मनिर्भर ऐप चैलेंज जीती है. इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (Social Media) को अप्रमेया राधाकृष्ण (Aprameya Radhakrishna) और मयंक बिदावतका (Mayank Bidawatka) द्वारा मार्च 2020 में विकसित किया गया था. कू ऐप कई भारतीय क्षेत्रीय भाषाओं में इस्तेमाल किया जा सकता है. कू पर हिंदी, तेलुगु, कन्नड़, बंगाली, तमिल, मलयालम, गुजराती, मराठी, पंजाबी, उड़िया और असमिया भाषा लिख सकते है.
Koo App कैसे डाउनलोड करें?
कू ऐप को Google Play Store और Apple App Store के जरिये डाउनलोड किया जा सकता है. यूजर्स अपने iPhone और Android डिवाइस पर कू ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं. कू ऐप की औसत रेटिंग गूगल प्ले स्टोर पर 4.7 स्टार्स और iOS ऐप स्टोर पर 4.1 है. अब तक गूगल प्ले स्टोर पर इसे दस लाख से जादा बार डाउनलोड किया गया हैं.
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कू ने हाल ही में कहा कि उसने इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय, माई गॉव, डिजिटल इंडिया, इंडिया पोस्ट, नेशनलल इनफार्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफार्मेशन टेक्नोलॉली, कॉमन सर्विस सेंटर, उमंग ऐप, डिजी लॉकर, नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के हैंडल का सत्यापन किया है.