नई दिल्ली: साल 2018 कुछ ही दिनों में विदा होने जा रहा है. इस साल के जाने के बावजूद भी इसे कई वजहों से खासा याद किया जाएगा. इसमें से एक वजह है भारतीय एथलिट्स (Indian athlete) के वो कारनामे जिसने भारत को पूरे विश्व में एक नई पहचान दी. जी हां, आपको बता दें कि साल 2018 में दौड़ को लेकर बनी नई सनसनी हिमा दास और भाला फेंक प्लेयर नीरज चोपड़ा ने पूरे विश्व में भारत का परचम लहराया.
गौरतलब है कि हिमा दास अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी. बता दें कि हिमा दास ने आईएएएफ विश्व अंडर-20 एथलेटिक्स चैम्पियनशिप (IAAF World U20 Championships) (400 मीटर) में सबसे टाॅप पर रही. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हिमा दास से पहले किसी भी भारतीय महिला ने विश्व स्तर पर गोल्ड नहीं जीता है.
इतना ही नहीं आपको बता दें कि उन्होंने एशियाई (Asia) खेलों में 50.79 सेकंड का रिकॉर्ड समय निकालकर रजत पदक जीता. हालांकि विश्व स्तर पर एलीट वर्ग में उनका सफर थोड़ा कठिन हो सकता है. बहरहाल, हिमा दास (Hima Das) ने शानदार प्रदर्शन कर भारत (Bharat) का झंडा पूरे विश्न में बुलंद किया है. जो कि अपने आप में हमारे लिए बेहद ही बड़ी उपलब्धि है.
नीरज चोपड़ा
भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) की बात की जाए तो उन्होंने राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेलों में गोल्ड जीता. हरियाणा (Haryana) के पानीपत (Panipat) में रहने वाले नीरज ने इस साल दो बार अपना राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा. बता दें कि नीरज ने एशियाई खेलों में 88.06 मीटर का थ्रो फेंककर स्वर्ण पदक जीता. अपने शानदार प्रदर्शन से नीरज ने जता दिया कि वो लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना भलिभांति जानते हैं. वह डायमंड लीग सीरीज में 12 अंक लेकर छठे स्थान पर रहे और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ एथलीट की इस लीग में इस मुकाम तक पहुंचने वाले पहले भारतीय एथलीट रहे.
स्वप्ना बर्मन
जलपाईगुड़ी की स्वप्ना बर्मन (Swapna Barman) ने एशियाई खेलों की हेप्टाथलन (Heptathlon) स्पर्धा में गोल्ड जीतकर सभी को सकते में डाल दिया और इतिहास रच दिया. इसी के साथ स्वप्ना इन खेलों में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई. इस दौरान उन्होंने ऊंची कूद (1003 अंक) और भाला फेंक (872 अंक) में पहला तथा गोला फेंक (707 अंक) और लंबी कूद (865 अंक) में दूसरा स्थान हासिल किया था. वहीं आपको सबसे दिलचस्प बात बता दें कि स्वप्ना के दोनों पैरों में छह-छह उंगलियां हैं. इसके बावजूद भी वो एशियन गेम्स (Asian Games) में सामान्य जूते पहनकर ही उतरी थीं.