Priest Arrested for Child Sex Abuse: अनाथ और कमजोर लड़कियों के यौन शोषण के आरोप में अमेरिका के पूर्व-पादरी पर कसा शिकंजा, 12 साल की हुई जेल
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits PTI)

Priest Arrested for Child Sex Abuse: पूर्वी तिमोर (East Timor) की एक अदालत ने अपनी देखरेख में कई अनाथ और कमजोर लड़कियों (orphans and vulnerable children) का यौन शोषण (sexual abuse) करने के आरोप में एक अमेरिकी पादरी (American priest) को 12 साल के लिए जेल में डाल दिया है. अदालत ने रिचर्ड डेशबैक (Richard Daschbach) नाम के पूर्व पादरी को मंगलवार को यह सजा सुनाई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 84 वर्षीय पादरी के खिलाफ मामला पहली बार चिह्नित हुआ है और उसे सजा सुनाई गई है. 1990 के दशक की शुरुआत में अनाथों और कमजोर बच्चों के लिए आश्रय की स्थापना करने वाले डैशबैक पर 14  साल से कम उम्र के बच्चों के यौन शोषण के 14 मामलों के साथ-साथ चाइल्ड पोर्नोग्राफी और घरेलू हिंसा का एक आरोप लगा था.

कोर्ट द्वारा मंगलवार को पादरी के खिलाफ सुनाए गए फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए डैशबैक के वकील मिगुएल फारिया ने कहा कि उन्होंने सजा को स्वीकार नहीं किया और अपील करने के लिए प्रतिवादी और उसके परिवार के साथ समन्वय करेंगे. फारिया ने कहा कि फैसला चार पीड़ितों की गवाही पर आधारित था, लेकिन अन्य गवाहों की गवाही को ध्यान में नहीं रखा गया था. जेयू, एस जुरिडिको सोशल समूह के पीड़ितों का प्रतिनिधित्व करने वाले वकीलों ने फैसले की सराहना की, लेकिन कहा कि वे भी अपील करेंगे. यह भी पढ़ें: Sex With Student: हाई स्कूल के कर्मचारी ने कथित तौर पर स्टूडेंट्स के साथ किया सेक्स, पोल खुली तो हुई ये कार्रवाई

समूह ने एक बयान में कहा कि अपराधों की गंभीरता को देखते हुए डैशबैक को अधिकतम 30 साल की सजा मिलनी चाहिए थी. समूह ने कहा, आज लिखा गया इतिहास पूरे देश के लिए एक कड़वा इतिहास है. हमारे बच्चे इतने लंबे समय तक जघन्य अपराधों के अधीन थे, क्योंकि हम, एक समाज के रूप में, इस विश्वास से अंधे थे कि इस मामले में प्रतिवादी के रूप में एक व्यक्ति बच्चों के खिलाफ इस तरह के अपराध नहीं करेगा. बताया जाता है कि वेटिकन ने नवंबर 2018 में पिट्सबर्ग में जन्मे पादरी को हटा दिया था.  पूर्वी तिमोर आमतौर पर वेटिकन के बाहर सबसे कट्टर कैथोलिक स्थान है और इंडोनेशिया से स्वतंत्रता के लिए दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र के अभियान के दौरान डैशबैक को उनकी सहायता के लिए सम्मानित किया जाता है.

आश्रय को सपोर्ट करने वाले चर्च और विदेशी दाताओं ने कहा कि डैशबैक ने दुर्व्यवहार को कबूल किया, लेकिन पूर्व-पादरी और उनके वकीलों ने कई बार टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. मंगलवार की सजा को बेहद महत्वपूर्ण बताया जा रहा है, क्योंकि दोषी के खिलाफ किया गया फैसला यौन शोषण के शिकार लोगों को आगे आने के लिए प्रेरित कर सकता है. पूर्व-पादरी को संयुक्त राज्य अमेरिका में भी आरोपों का सामना करना पड़ रहा है. वाशिंगटन, डीसी में एक संघीय ग्रैंड जूरी ने अगस्त में डेशबैक को एक विदेशी स्थान पर अवैध यौन आचरण में शामिल होने के सात मामलों में दोषी ठहराया. अगर डेशबैक अमेरिका में दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें सजा के तौर पर 30 साल तक की जेल हो सकती है.