अगर आप भी कर रहे हैं खाने में इस तेल का इस्तेमाल तो रुकिए! दिल की बीमारी से लेकर हाई ब्लड प्रेशर का बन सकता है कारण
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हम जो भी खाना खाते हैं, उसका सीधा असर हमारे दिल की सेहत पर पड़ता है. खासकर तेल और वसा (Fat) का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण होता है. गलत तेल का सेवन कोलेस्ट्रॉल बढ़ा सकता है, धमनियों को ब्लॉक कर सकता है और दिल के दौरे (Heart Attack) का खतरा बढ़ा सकता है. इसलिए, सही तेल का चुनाव करना हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी है. अगर आप अपने खाने में सूरजमुखी के तेल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको इस तेल के बारे में हुई नई रिसर्च के बारे में जानना चाहिए.

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सूरजमुखी तेल को आमतौर पर एक स्वस्थ खाना पकाने के विकल्प के रूप में प्रचारित किया जाता है, क्योंकि इसमें बहुत अधिक पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (PUFA) होता है. लेकिन हाल के शोध बताते हैं कि लंबे समय तक इसका सेवन हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, खासकर जब इसे रिफाइंड या उच्च तापमान पर गर्म किया जाता है.

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सूरजमुखी के तेल के नुकसान

1. हृदय रोगों का बढ़ता जोखिम

सूरजमुखी तेल में ओमेगा-6 फैटी एसिड की उच्च मात्रा होती है. हालांकि, शरीर को ओमेगा-6 की जरूरत होती है, लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन शरीर में सूजन (Inflammation) को बढ़ा सकता है.

ओमेगा-6 फैटी एसिड से शरीर में प्रो-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड्स (Prostaglandins और Leukotrienes) बनते हैं, जो हृदय की धमनियों को संकरा कर सकते हैं और ब्लड प्रेशर बढ़ा सकते हैं. जब सूरजमुखी तेल को गर्म किया जाता है, तो इसके ऑक्सीडेटिव बायप्रोडक्ट्स रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है. लंबे समय तक अधिक सेवन से Atherosclerosis (धमनियों में रुकावट) और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

2. हानिकारक केमिकल

जब सूरजमुखी तेल को बार-बार गर्म किया जाता है (जैसे डीप फ्राई करने के लिए), तो इसमें खतरनाक रासायनिक यौगिक उत्पन्न होते हैं, जैसे: अल्डिहाइड्स (Aldehydes) – जो मस्तिष्क और हृदय को नुकसान पहुंचा सकते हैं. हाइड्रोपरॉक्साइड्स (Hydroperoxides) – जो कोशिकाओं (cells) और डीएनए को क्षतिग्रस्त कर सकते हैं. ऐसा अन्य तेलों में भी होता है. इसलिए एक ही तेल को बार-बार इस्तेमाल न करें.

3. ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और पोषक तत्वों की हानि

  • सूरजमुखी तेल का पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (PUFA) कंटेंट इसे जल्दी ऑक्सीडेशन के लिए संवेदनशील बनाता है.
  • ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से दिल की बीमारियां बढ़ सकती हैं. इसके अलावा त्वचा और शरीर की कोशिकाओं की उम्र जल्दी बढ़ सकती है. इससे मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियों (Alzheimer’s, Parkinson’s) का खतरा बढ़ सकता है.
  • सूरजमुखी तेल पूरी तरह से खराब नहीं है, लेकिन इसे अधिक मात्रा में और गलत तरीके से सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है. अत्यधिक गर्म करने, बार-बार तलने, और अधिक मात्रा में उपयोग करने से यह हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बन सकता है.

स्वस्थ हृदय के लिए बेहतर विकल्प

जैतून का तेल (Olive Oil), नारियल तेल (Coconut Oil), सरसों का तेल (Mustard Oil), देसी घी

याद रखें कि सही तेल और कम तेल बेहतर स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है.

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