Skin Care: मानसून के बाद निरोगी काया चाहिए तो आयुर्वेद के इन 6 टिप्स को करें फॉलो
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Skin Care: मानसून के बाद शरद ऋतु में अक्सर लोगों को स्किन से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं. सर्दियों की शुरुआत से पहले लोग स्किन पर दाने, सोरायसिस और रूखी त्वचा जैसी समस्याओं का अनुभव करते हैं. क्या आप भी इन समस्याओं का अनुभव करते हैं? अगर आप भी इस समस्याओं से परेशान हैं तो अब घबराने की जरूरत नहीं है. गोरखपुर के माधवार्पण चिकित्सालय के मुखिया वैद्य मृत्युंजय त्रिपाठी इन स्किन रोगों से छुटकारा पाने के लिए कुछ अचूक उपाय बता रहे हैं.

वैद्य मृत्युंजय त्रिपाठी बताते हैं, “मानसून के बाद शरद ऋतु में पित्त का प्रकोप प्रबल रहता है. जिससे त्वचा रोग में सोरायसिस जैसी बीमारियां सबसे अधिक बढ़ती हैं. इसलिए इस मौसम में एक दम सूखे पदार्थ और बेकरी उत्पादों को नहीं खाना चाहिए. यह भी पढ़ें: Prostate Cancer: प्रोस्टेट कैंसर के रोगियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य जांच बेहद जरूरी- शोध

वह आगे कहते हैं कि दूसरा सबसे बड़ा उपाय यह है कि अपने पेट को साफ रखें. पेट का संबंध सीधे त्वचा से होता है.

तीसरे उपाय में वह बताते हैं कि भोजन में मौसमी सब्जियां जैसे- करेला, परवल, आंवला, लौकी, नारियल और अंकुरित अनाज के अधिक मात्रा में सेवन करना चाहिए.

चौथा वह बताते हैं कि इस ऋतु में पित्त कोप के कारण रक्तचाप (बीपी) भी बढ़ जाता है इसलिए अपने अच्छे आहार के साथ नियमित व्यायाम भी करना चाहिए.

पांचवें उपाय में वैद्य मृत्युंजय कहते हैं कि इस समय हल्का भोजन लेना चाहिए जिससे पित्त रोगों से बचा जा सके. आप गेहूं की रोटियों की बजाए जौ और मूंग दाल की बनी हुई रोटियों का सेवन करें. इससे पेट हल्का रहेगा, और त्वचा रोगों के होने की संभावना कम रहेगी.

छठे और आखिरी उपाय में वह बताते हैं कि इस सीजन में आपको उचित मात्रा में पानी पीना चाहिए. पानी त्वचा के रोगों से बचाने में अहम भूमिका निभाता है. आप वैद्य मृत्युंजय के बताए इन अचूक उपायों को अपनी जिंदगी में आजमाकर त्वचा रोगों से छुटकारा हमेशा के लिए पा सकते हैं.