सर्वविदित है कि सेहत और सीरत के लिए योग से बेहतर कोई उपचार नहीं है. लेकिन इसकी अहमियत कोविड-19 की महामारी के दरमियान देश ही नहीं दुनिया भर ने शिद्दत से महसूस की, जब लोगों ने वर्क फॉर्म होम के पहले या बाद में आवश्यक रूप से योग के अभ्यास किया. हर किसी के पास जिम जाने के लिए ना समय होता है, ना सामर्थ्य, ऐसे लोगों के लि ए योग एकमात्र विकल्प होता है. लेकिन योग शुरू करने से पूर्व जानें कुछ विशेष बातें..
अतिरेक से बचें
आप योग के आसान आसन कर रहे हों या कठिन, खुद पर ज्यादा जोर ना डालें. कोई भी आसन 1 से 10 के बीच किया जाता है, अगर आप पहली बार कर रहे हैं, तो आप किसी भी आसन की शुरुआत अपनी क्षमता के अनुसार 5 से 8 के अंतराल में करें. यह भी आपके शरीर के दिनचर्या पर निर्भर करता है.
मौसम के अनुसार करें
योग क्रिया में मौसम की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है. उदाहरण के लिए अगर तापमान 35 से ज्यादा है अथवा अत्यधिक ठंड (6 से 7 डिग्री से) तो योग करने से बचें. यह आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है. विशेषकर बुजुर्गों को इस बात का अवश्य ध्यान रखना चाहिए.
अपने श्वास पर ध्यान रखें
योग के किसी भी आसन में श्वसन की विशेष भूमिका होती है. प्रशिक्षक की अनुपस्थिति में विशेष रूप से ध्यान रखें कि आप अस्वाभाविक रूप से सांस को न रोकें. आप योग के किसी भी आसन को सहज और संयम होकर करें, तभी यह आपके लिए लाभकारी हो सकता है.
भोजन के साथ योग का संबंध
योगासन भोजन से एक घंटे पहले करें अथवा भोजन करने के बाद 2 से 3 घंटे तक प्रतीक्षा करें, क्योंकि इस दरम्यान आपके पेट का भोजन पाचन क्रिया के दौर से गुजरता है. इस दरम्यान योग करने से भोजन का पाचन तंत्र डिस्टर्ब होगा, जिससे आप पेट की समस्या से पीड़ित हो सकते हैं.
योग करके थकाने से बचें
हर व्यक्ति के शरीर की एक सीमा होती है. इसे भूलकर कुछ लोग योग को हल्का-फुल्का मानते हुए योग करते हुए पसीना बहाते हैं, उन्हें लगता है कि जितना पसीना बहेगा, उतना लाभ मिलेगा, यह गलत धारणा है. इसके अलावा अस्वस्थ या थका होने पर भी योग अभ्यास से बचना चाहिए.
शुरुआत प्रशिक्षक के निर्देशन में करें
योग का यह गाइडलाइन है, कि योग की शुरुआत किसी प्रशिक्षक के दिशा निर्देशन में करें. इससे आप अपनी जरूरत के अनुसार संतुलित अभ्यास करेंगे. अलबत्ता एक-दो माह बाद अकेले अभ्यास कर सकते हैं. सिर्फ पढ़ कर या वीडियो देखकर अभ्यास करने से मांसपेशियों में खिंचाव आ सकती है, जो आपके लिए काफी कष्टप्रद हो सकता है.
शॉवर स्नान
योग के पश्चात पसीने से तर शरीर को स्नान की बहुत जरूरत होती है, लेकिन योग अथवा व्यायाम के तुरंत बाद स्नान नहीं करें. शरीर के पसीने को सामान्य तापमान में सूखने के पश्चात ही शॉवर स्नान करें. इससे हार्ट बीट प्रभावित नहीं होती, और ह्रदय सुरक्षित रहता है.
मासिक धर्म
कुछ लोग समझते हैं कि मासिक धर्म के दरमियान योग नहीं करना चाहिए, यह गलत है. अलबत्ता मासिक धर्म के समय पैर उलटे करने वाला कोई भी आसन नहीं करना चाहिए. इस दौरान सरल एवं सांस लेने वाले आसन करें.
पानी
योगाभ्यास के बीच में कम से कम पानी पीएं. गला सूख रहा हो तो प्यास बुझाने के लिए कुछ घूंट पानी पी सकते हैं. ज्यादा पानी पीने से शरीर भारी-भारी लगता है, इससे आप संयम पूर्वक अभ्यास कर सकते हैं.