Yoga Guru Sharath Jois Death: दिग्गज योग गुरु शरथ जोइस का हार्ट अटैक से निधन, सेमिनार में हाइकिंग ट्रेल के दौरान तोड़ा दम

प्रसिद्ध योग शिक्षक शरथ जोइस का 53 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. वह अमेरिका के वर्जीनिया में एक हाइकिंग ट्रेल पर दिल का दौरा पड़ने के बाद दुनिया से रुखसत हो गए. शरथ जोइस, जो योग के दिग्गज कृष्ण पट्टाभि जोइस के पोते थे, का निधन सोमवार को हुआ. उनकी बहन शर्मिला महेश ने इंस्टाग्राम पर इस दुखद समाचार की पुष्टि करते हुए लिखा, "यह लिखते हुए हाथ कांप रहे हैं, हम गहरे दुख के साथ सूचित करते हैं कि श्री शरथ जोइस का आज सुबह निधन हो गया."

शरथ जोइस की योग यात्रा और उनके योगदान

शरथ जोइस, जो अपनी योग केंद्र "सरथ योगा सेंटर" के संस्थापक थे, ने अपने दादा की परंपरा को जीवित रखा और पूरी दुनिया में अष्टांग योग के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. शरथ जोइस के द्वारा विकसित "एक्टिव सीरीज" नामक योग के नए संस्करण को हाल ही में उन्होंने प्रशिक्षकों को सिखाया था. वह यूएस के विभिन्न हिस्सों में योग सिखाने के लिए यात्रा कर रहे थे, और नवंबर में उन्हें टेक्सास के सैन एंटोनियो में योग कक्षाएं आयोजित करनी थीं.

अंतिम समय की घटनाएँ और परिवार का शोक

शरथ जोइस ने जिस दिन अपनी अंतिम सांस ली, उस दिन वह यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया में अष्टांग योग के एक सेमिनार में भाग ले रहे थे. वह छात्रों को "एक्टिव सीरीज" सिखा रहे थे, जब बाद में वह थकान महसूस करने लगे और हाइकिंग ट्रेल के दौरान एक बेंच पर बैठ गए. इस दौरान वह गिर गए और छात्रों द्वारा की गई सीपीआर (CPR) प्रयासों के बावजूद, उन्हें बचाया नहीं जा सका. उनके निधन की खबर फैलते ही पूरी योग समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई.

योग जगत में एक अपूरणीय क्षति

शरथ जोइस की मृत्यु ने न केवल उनके परिवार, बल्कि दुनिया भर में उनके हजारों शिष्यों को शोक में डुबो दिया है. उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा, और उनके द्वारा स्थापित योग केंद्र और कार्यशालाएं आने वाली पीढ़ियों को योग के सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करेंगी. शरथ जोइस का योग के प्रति प्रेम और समर्पण अब तक अनगिनत लोगों के जीवन को बदल चुका है, और उनकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी.

उनके परिवार में उनकी मां सरस्वती जोइस, पिता रंगस्वामी, पत्नी श्रुति जोइस, और दो बच्चे, समभाव जोइस और श्रद्धा जोइस शामिल हैं. उनके निधन के साथ ही योग जगत में एक अपूरणीय शून्य बन गया है.