Children's Day 2022 Messages in Hindi: आजादी से पहले तक देश में बाल दिवस (Bal Diwas) हर साल 20 नवंबर को मनाया जाता था, लेकिन देश की आजादी के कुछ सालों बाद यानी 1964 से बाल दिवस यानी चिल्ड्रंस डे (Children's Day) हर साल 14 नवंबर को मनाया जाने लगा. दरअसल, भारत में बाल दिवस आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती (Pandit Jawaharlal Nehru Jayanti) पर मनाया जाता है. कहा जाता है कि पंडित जवाहरलाल नेहरू (Pandit Jawaharlal Nehru) को बच्चों से बेहद लगाव था, इसलिए मौका मिलते ही वो बच्चों के साथ समय बिताना पसंद करते थे. बच्चे भी प्यार से उन्हें चाचा नेहरू (Chacha Nehru) कहकर पुकारते थे. बच्चों के लिए उनके प्यार और लगाव को देखते हुए उनके जन्मदिवस को बाल दिवस यानी चिल्ड्रंस डे के तौर पर मनाया जाने लगा.
पंडित जवाहरलाल नेहरू का मानना था कि बच्चे ही देश के भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं, इसलिए उन्हें उचित पोषण, प्यार और शिक्षा मिलनी चाहिए. आज बाल दिवस के इस खास अवसर पर आप इन शानदार मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टेटस, फेसबुक विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और कोट्स के जरिए अपने दोस्तों या प्रियजनों से हैप्पी चिल्ड्रंस डे कह सकते हैं.
1- हमारे बचपन का वह दिन,
मैं बहुत याद करता हूं,
बचपन यूं ही गुजर जाता है,
जब तक हमको उसका अहसास होता है,
तब तक वह अतीत बन जाता है.
हैप्पी चिल्ड्रंस डे!
2- दुनिया का सबसे सच्चा समय,
दुनिया का सबसे अच्छा दिन,
दुनिया का सबसे हसीन पल,
सिर्फ बचपन में ही मिलता है.
हैप्पी चिल्ड्रंस डे!
3- दुनिया में कुछ ऐसी चीजें हैं,
जिसको हम खरीद नहीं सकते हैं,
जिसमें सबसे पहली चीज हमारे बचपन के दिन हैं,
बाल दिवस के इस सुनहरे अवसर पर,
अपने बचपन के दिनों को याद करके उसका आनंद लें.
हैप्पी चिल्ड्रंस डे!
4- बचपन है ऐसा खजाना,
आता है न जो दोबारा,
मुश्किल है इसको भुलाना,
वो खेलना, कूदना और खाना,
मौज-मस्ती में बलखाना!
हैप्पी चिल्ड्रंस डे!
5- सबके मन को भाते चाचा नेहरू,
बच्चों को हंसाते चाचा नेहरू,
दिल के भरा अनोखा प्यार,
करते वो बच्चों को प्यार बेशुमार.
हैप्पी चिल्ड्रंस डे!
बहरहाल, पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर मनाए जाने वाले बाल दिवस पर बच्चों को न सिर्फ खास होने का एहसास दिलाया जाता है, बल्कि इस दिन बच्चों के अधिकारों, उनकी शिक्षा और उनके उचित पोषण के प्रति जागरूकता फैलाने की कोशिश भी की जाती है. इस अवसर पर स्कूलों, आवासीय परिसरों में बच्चों के लिए खास कार्यक्रम और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है, जिसमें बच्चे बढ़चढ़कर हिस्सा लेते हैं.