देहरादून: उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Government) ने चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) को फिर से शुरू करने का फैसला किया है. केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा 1 जुलाई से शुरू की जाएगी. फिलहाल उत्तराखंड के लोगों (Uttarakhand Residents) को ही इस यात्रा में शामिल होने की मंजूरी दी गई है. सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को यात्रा की अनुमति दी जाएगी. इसके लिए सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की हैं.
उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम बोर्ड (Uttarakhand Chardham Devasthanam Board) के सीईओ रविनाथ रमन ने बताया कि अभी राज्य के भीतर के लोगों को ही मंजूरी दी जा रही है. आदेश में कहा गया है कि यदि किसी व्यक्ति में COVID-19 के समान लक्षण हैं, तो तीर्थ यात्री को तीर्थ यात्रा पर जाने से बचना चाहिए. यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का बड़ा बयान, कहा- चीन को यह समझना होगा कि 1962 का नहीं, ये 2020 का भारत है.
यात्रा के लिए लोगों को संबंधित धाम के जिला प्रशासन से मंजूरी लेनी होगी. मंजूरी के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा. लोकल प्रशासन से यात्रा पास जारी होने के बाद ही लोग यात्रा कर सकेंगे. ये आवेदन जिला प्रशासन की वेबसाइट पर किया जा सकता है.
चारधाम यात्रा के लिए गाइडलाइंस:
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- यात्रा ई-पास की वैधता दो दिन है.
- एक बार तीर्थ यात्रा पर जाने के बाद, ई-पास रद्द हो जाएगा.
- यात्रा ई-पास https://badrinath-kedarnath.gov.in पर प्राप्त की जा सकती है.
- धर्मस्थल की यात्रा के दौरान, यदि तीर्थयात्री COVID-19 के लक्षणों को महसूस करता है, तो उसे तुरंत प्रशासन को सूचित करना चाहिए.
- तीर्थयात्रियों को मंदिर में प्रवेश करने से पहले अपने हाथ और पैर धोने चाहिए.
यहां देखें पूरी गाइडलाइंस-
Uttarakhand Chardham Devasthanam Board issues standard operating procedure for Chardham Yatra that will begin from 1st July; E-pass applicable for residents of State only and is valid only for darshan at temple during visit to the shrine. pic.twitter.com/aFQTUL5qf2
— ANI (@ANI) June 29, 2020
इस बीच, सोमवार तक पहाड़ी राज्य में कुल कोरोना वायरस संक्रमण के 2,823 मामले दर्ज किए जा चुके हैं. जिनमें से 2,018 लोग इस महामारी से ठीक हो चुके हैं. राज्य में कोरोना से अब तक 38 लोगों की मौत हो चुकी है.