गलवान घाटी झड़प: उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का बड़ा बयान, कहा- चीन को यह समझना होगा कि 1962 का नहीं, ये 2020 का भारत है
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत (Photo Credit-ANI)

देहरादून: लद्दाख के गलवान  घाटी के पास भारत और चीनी सेना के बीच निहत्थे भारतीय सैनिको पर हमले का हर कोई विरोध कर रहा है. पूरा देश चाहता है कि चीन के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. इस बीच देश के नेता चीन को चेतावनी देते हुए याद दिला रहे हैं कि 1962 का भारत नहीं है. बल्कि  यह  2020 का भारत है. भारत की सेना भी अब उनके साथ मुकाबला कर सकती है. इसलिए चीन को अपनी 58 साल पुरानी गलतफहमी को दूर कर देना चाहिए. चीन के इस गलतफहमी को लेकर उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) ने चीन के बारे में कुछ इसी तरह से कहा है.

मीडिया के बातचीत में सीएम रावत ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि चीन को यह समझना होगा कि भारत 2020 का है, 1962 वाला नहीं. हमारे जवान मजबूत हैं और भारत चीन को अपनी एक इंच की भी जमीन नहीं लेने देगा. इस बात को चीन को समझ लेना चाहिए. यह भी पढ़े: भारत चीन हिंसक झड़प: बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा बोले, पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की सीमाएं सुरक्षित रहेंगी

हालांकि दोनों देशो  के बीच पनपे तनाव के बाद मीडिया के हवले से खबर है कि सेना के बीच बातचीत के बाद भारत-चीन सेनाओं में एलएसी से पीछे हटने पर सहमति बनी है. लेकिन भारतीय सेना की तरफ से इस तरह की खबर है कि बातचीत में भारत की ओर से चीन को साफ कह दिया गया है कि हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और नई रणनीति के तहत इससे निपटा जाएगा, जिसमें गोली चलाना भी शामिल है.