नई दिल्ली:- कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन (Farmer Protest) कर रहे किसानों के समर्थन में आज राहुल गांधी मैदान में उतरेंगे. राहुल गांधी कृषि कानूनों के मसले पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे. वैसे तो राहुल गांधी को मार्च के लिए परमिशन नहीं मिला है. लेकिन राहुल गांधी अन्य तीन नेताओं के साथ राष्ट्रपति भवन जा सकते हैं. कांग्रेस के मार्च के ऐलान के बाद राष्ट्रपति भवन के आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. वहीं, नई दिल्ली इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है. मार्च से पहले कांग्रेस दफ्तर पहुंचे. इस दौरान राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने कहा, भारत के किसान ऐसी त्रासदी से बचने के लिए कृषि-विरोधी क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे हैं. इस सत्याग्रह में हम सबको देश के अन्नदाता का साथ देना होगा.
बता दें कि कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस नेताओं के साथ राहुल गांधी आज विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक मार्च करेंगे और राष्ट्रपति को 2 करोड़ हस्ताक्षर का एक ज्ञापन सौंपेंगे. कांग्रेस सांसद जसबीर गिल ने कहा, हम सभी सांसद आज राहुल गांधी जी के नेतृत्व में राष्ट्रपति जी से मिलने जाएंगे और हमने इन कानूनों के खिलाफ 2.5 करोड़ के करीब जो हस्ताक्षर कराए हैं. कांग्रेस किसान आंदोलन के समर्थन और मोदी सरकार को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहती है. दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने देश के 9 राज्यों में 196 बेटर लाइफ फॉर्मिग सेंटर का किया शुभारंभ, लोगों को मिलेगा रोजगार.
दिल्ली पुलिस ने कहा:-
Only the leaders, who have permission, will be allowed (to go to Rashtrapati Bhavan): Chanakyapuri ACP Pragya pic.twitter.com/BUVYt4nUmv
— ANI (@ANI) December 24, 2020
ANI का ट्वीट:-
Delhi: Congress leader Rahul Gandhi meets senior party leaders & MPs at party headquarters.
He is scheduled to lead a march from Vijay Chowk to Rashtrapati Bhavan to submit to the President a memorandum containing 2 crore signatures seeking his intervention in farm laws issue. pic.twitter.com/0JaggZsWdM
— ANI (@ANI) December 24, 2020
कांग्रेस के अलावा, विपक्षी दलों में कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, तेलंगाना राष्ट्र समिति, शिवसेना, राष्ट्रीय जनता दल, बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, शामिल हैं. इसके अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस, राष्ट्रीय लोक दल, जनता दल-सेक्युलर, डीएमके, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-मार्क्सवादी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, फॉरवर्ड ब्लॉक और कई अन्य छोटे दल भी कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. जो लगातार मोदी सरकार पर हमला कर रहे हैं.