पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections ) संपन्न होने और एग्जिट पोल्स (Exit Polls) सामने आने के बाद देश को 11 दिसंबर को आने वाले नतीजों (Result) का बेसब्री से इंतजार है, लेकिन अब यह इंतजार और बढ़ सकता है. मीडिया सूत्रों के अनुसार इस बार नतीजे घोषित होने में देरी की संभावना है. इस देरी का कारण चुनाव आयोग (Election Commission) द्वारा कांग्रेस (Congress) की याचिका को स्वीकार करना है. दरअसल चुनाव आयोग ने कांग्रेस की वो मांग मान ली है कि जिसमें हर राउंड के बाद रिजल्ट की जानकारी लिखित में देने की बात कही गई थी. चुनाव आयोग ने इस संबंध में आदेश जारी किया था.
चुनाव आयोग की ओर से कांग्रेस की इस मांग को माने जाने के बाद हर राउंड के रिजल्ट की घोषणा के बाद ही अगले दौर की गणना के लिए ईवीएम मशीनें स्ट्रांग रूम से निकाली जाएंगी. हर सीट पर 16 से 20 राउंड की गणना होती है. ऐसे में बीच में जो गैप आ रहा है उसकी वजह से फाइनल नतीजे आने में वक्त लग सकता है.
कांग्रेस की आपत्ति के बाद चुनाव आयोग ने रविवार को निर्णय लिया है कि मतगणना के समय केवल सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी. मतगणना के समय न तो वेबकास्टिंग होगी और न ही वाई फाई नेटवर्क का इस्तेमाल किया जाएगा. ये निर्णय देर रात लिया गया. कांग्रेस पार्टी ने यह भी मांग की थी कि वेबकास्टिंग में जियो की बजाय बीएसएनएल नेटवर्क का उपयोग होना चाहिए. यह भी पढ़ें- पेड न्यूज को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को घेरा, चुनाव आयोग को सौंपा ज्ञापन
क्या है वेबकास्टिंग
वेबकास्टिंग के तहत एक वीडियो कैमरा मतगणना केंद्र में वहां लगाया जाता है, जहां से सारी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके. ये कैमरा सेंट्रलाइज्ड सर्वर से जुड़ा रहता है. इससे मतगणना केंद्र का सीधा प्रसारण भारत निर्वाचन आयोग एवं राज्य निर्वाचन आयोग के अफसर देखते हैं.