गुरदासपुर: देश में हिंसा कुत्तों के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. पंजाब के गुरदासपुर में पिटबुल कुत्ते द्वारा 12 लोगों के काटे जाने का मामला सामने आया है. शुक्रवार सुबह पिटबुल डॉग (Pitbull) ने एक के बाद एक 12 लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया. कुत्ते ने दूसरे जानवारों पर भी अटैक कर उनका मांस नोच लिया. पागल हो चुके कुत्ते को गांववालों ने लाठियों से पीट-पीटकर मार डाला. VIDEO: चलती कार पर स्टंटबाजी पड़ी महंगी, ड्राइविंग सीट से उठकर बोनेट पर आ गया युवक, गिरफ्तार
यह मामला दीनानगर एरिया से लगने वाले गांवों का है. तंगोशाह गांव से लेकर चौहाना गांव सहित पांच गांवों के लोगों को पिटबुल ने बुरी तरह काटा. इस दौरान इसने 15 किमी की दूरी तय की. लोगों ने बताया सबसे पहले पिटबुल ने गांव तंगोशाह के पास ईंटभट्ठे पर काम करने वाले दो मजदूरों पर हमला किया. उसने दोनों को जख्मी कर दिया. किसी तरह उसके गले में पड़ी जंजीर पकड़ कर दोनों ने खुद को बचाया. इसके बाद पिटबुल उनकी पकड़ से छूटकर भाग निकला.
यहां से पिटबुल कोठे रांझे दे गांव पहुंचा और यहां पर अपनी हवेली (घर) में बैठे दिलीप कुमार को काट लिया. उनके भाई के घर वालों ने अपने घर अंदर खींचकर उनकी जान बचाई. पिटबुल ने दिलीप को इतनी बुरी तरह नोचा की रास्ते में खून ही खून नजर आया.
दिलीप पर हमला करने के बाद पिटबुल ने एक बछड़े की टांग को बुरी तरह नोच डाला. इसके बाद पिटबुल ने रास्ते में कई पशुओं को बुरी तरह काटा. फिर ईंट-भट्ठे पर पहुंच कर वहां के चौकीदार पर हमला किया. घरोटा रोड से भागा पिटबुल छन्नी गांव पहुंचा और घर में आराम से सो रहे मंगल सिंह पर अटैक कर कर उन्हें भी घायल कर दिया.
सुबह पांच बजे पिटबुल कुंडे गांव पहुंच गया और वहां मॉर्निंग वॉक कर रहे कुछ लोगों पर हमला कर उन्हे जख्मी कर दिया. इसके बाद पिटबुल भागता हुआ चौहाना गांव पहुंचा. यहां खेत में टहल रहे सेना के रिटायर्ड कैप्टन शक्ति सिंह पर हमला कर उनकी हाथ में काट लिया. शक्ति सिंह और गांव के दूसरे लोगों ने पागल हो चुके पिटबुल को लाठियों से पीट-पीटकर मार दिया.
यह मामला दीनानगर एरिया से लगने वाले गांवों का है. तंगोशाह गांव से लेकर चौहाना गांव सहित पांच गांवों के लोगों को पिटबुल ने बुरी तरह काटा. इस दौरान इसने 15 किमी की दूरी तय की. लोगों ने बताया सबसे पहले पिटबुल ने गांव तंगोशाह के पास ईंटभट्ठे पर काम करने वाले दो मजदूरों पर हमला किया. उसने दोनों को जख्मी कर दिया. किसी तरह उसके गले में पड़ी जंजीर पकड़ कर दोनों ने खुद को बचाया. इसके बाद पिटबुल उनकी पकड़ से छूटकर भाग निकला.
यहां से पिटबुल कोठे रांझे दे गांव पहुंचा और यहां पर अपनी हवेली (घर) में बैठे दिलीप कुमार को काट लिया. उनके भाई के घर वालों ने अपने घर अंदर खींचकर उनकी जान बचाई. पिटबुल ने दिलीप को इतनी बुरी तरह नोचा की रास्ते में खून ही खून नजर आया.
दिलीप पर हमला करने के बाद पिटबुल ने एक बछड़े की टांग को बुरी तरह नोच डाला. इसके बाद पिटबुल ने रास्ते में कई पशुओं को बुरी तरह काटा. फिर ईंट-भट्ठे पर पहुंच कर वहां के चौकीदार पर हमला किया. घरोटा रोड से भागा पिटबुल छन्नी गांव पहुंचा और घर में आराम से सो रहे मंगल सिंह पर अटैक कर कर उन्हें भी घायल कर दिया.
सुबह पांच बजे पिटबुल कुंडे गांव पहुंच गया और वहां मॉर्निंग वॉक कर रहे कुछ लोगों पर हमला कर उन्हे जख्मी कर दिया. इसके बाद पिटबुल भागता हुआ चौहाना गांव पहुंचा. यहां खेत में टहल रहे सेना के रिटायर्ड कैप्टन शक्ति सिंह पर हमला कर उनकी हाथ में काट लिया. शक्ति सिंह और गांव के दूसरे लोगों ने पागल हो चुके पिटबुल को लाठियों से पीट-पीटकर मार दिया.