इस्लामाबाद: भारत द्वारा कश्मीर से आर्टिकल 370 (Article 370) खत्म किए जाने के बाद से पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान (Pakistan) खिसियाया हुआ है. जहां एक तहफ घाटी में हालत तेजी से सामान्य हो रहे है तो दूसरी ओर कश्मीर (Kashmir) मसले पर दुनियाभर में अकेला पड़ चुका पाकिस्तान बौखलाहट में अजीबोगरीब फैसले ले रहा है. ऐसे ही अपने एक कदम में पाकिस्तान की इमरान सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के विमान को अमेरिका दौरे के लिए अपना एयरस्पेस देने से इनकार कर दिया है.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक पाकिस्तान ने भारतीय प्रधानमंत्री के विमान को अमेरिका जाने के लिए अपने हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल की इजाजत नहीं दी है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mehmood Qureshi) ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय उच्चायोग को अवगत कराया जा चुका है कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उड़ान के लिए अपने हवाई क्षेत्र के उपयोग की अनुमति नहीं देंगे.
Pakistan Foreign Minister Shah Mehmood Qureshi: We have conveyed to the Indian High Commission that we will not allow use of our air space for Prime Minister Narendra Modi's flight. pic.twitter.com/dfZLpg5O66
— ANI (@ANI) September 18, 2019
बता दें कि पीएम मोदी 21 से 27 सितंबर के बीच अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे. इस दौरान वह संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक सत्र को संबोधित करेंगे और न्यूयॉर्क में द्विपक्षीय और बहुपक्षीय वार्ताओं में शामिल होंगे.
इससे पहले पाकिस्तान ने भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) के विमान को एयरस्पेस इस्तेमाल की इजाजत नहीं दी थी. यह भी पढ़े- पाकिस्तान को पुलवामा हमला पड़ा भारी, एयरस्पेस बंद करने से इतने अरब का हुआ नुकसान
कश्मीर मुद्दे पर बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान सरकार ने इससे पहले भारत के साथ सभी तरह के व्यापार संबंध तोड़ दिए थे. लेकिन वह अपने इस फैसले पर ज्यादा दिनों तक कायम नहीं रह सका. उसकी सारी हेकड़ी कुछ ही दिनों में निकल गई. बैन के बावजूद भारत से जीवन-रक्षक दवाओं का आयात करने की मंजूरी दे दी.
गौरतलब हो कि फरवरी में भारतीय वायुसेना ने पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद बालाकोट में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला किया था. इसके बाद पाकिस्तान ने 26 फरवरी को अपने वायुक्षेत्र (एयरस्पेस) को पूरी तरह से बंद कर दिया था. इस वजह से कंगाल पाकिस्तान को आठ अरब रुपये से अधिक का नुकसान हुआ था.