आज से दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल, बैंक रहेंगे बंद, बेस्ट बसें भी सड़कों से रहेंगी गायब
दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का असर (File Photo)

नई दिल्ली: ट्रेड यूनियनों और बैंकों द्वारा बुलाई देशव्यापी हड़ताल का असर दिखाई देना शुरू हो गया है. दरअसल केंद्र सरकार की मजदूर विरोधियों नीतियों के खिलाफ करीब दस सेंट्रल ट्रेड यूनियनों ने मंगलवार को दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया था. जिसका असर बैंक, रेल और सड़क परिवहन सेवाओं के अलावा आम जनजीवन पर पड़ता है. वहीं सेंट्रल ट्रेड यूनियन के हड़ताल में किसान भी शामिल होंगे.

ट्रेड यूनियनों ने एक संयुक्त बयान में बताया था कि करीब 20 करोड़ कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल होंगे. हालांकि इस हड़ताल में केवल सरकारी बैंको के कर्मचारी शामिल होंगे. जबकि प्राइवेट बैंक के कामकाम पर कोई असर नहीं पड़ेगा. लेकिन हड़ताल के दौरान देश के कई भागों में एटीएम में नकदी नदारद होने और चेक का समाशोधन प्रभावित होने की उम्मीद है.

ट्रेड यूनियनों की दो दिवसीय हड़ताल पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि उनके राज्य में बंद का कोई असर नहीं होगा. ममता सरकार ने 8 और 9 जनवरी को अपने कर्मचारियों के अवकाश लेने पर रोक लगा दी. उन्होंने कहा, "हमने किसी भी बंद को समर्थन नहीं देने का फैसला किया है. अब बहुत हो गया. पिछले 34 वर्षों में वाम मोर्चे ने बंद का आह्वान कर पूरे राज्य को बर्बाद कर दिया। अब कोई बंद नहीं होगा."

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में अलग-अलग मुद्दों पर बेस्ट के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए है. हालांकि बेस्ट प्रबंधन ने कर्मचारियों की हड़ताल को गैर कानूनी घोषित किया है. बेस्ट प्रबंधन ने साफ कर दिया है कि अगर कोई कर्मचारी हड़ताल पर होगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि करीब 25 लाख लोग बेस्ट की बसों पर निर्भर हैं.

बेस्ट के अलावा कर्नाटक स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन और बेंगलुरु बैंगलोर मेट्रोपोलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल होंगे. यह भी पढ़े- 7 जनवरी की मीटिंग में नहीं बनी बात, कल से होगी बेस्ट बसों की हड़ताल