कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश कांगड़ा जिले में भारतीय वायुसेना का मिग-21 लड़ाकू विमान के क्रैश हो जाने की खबर है. पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार मिग 21 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. ज्ञात हो कि ज्वाली रहन के रास्ते मे पट्टा जाटिया के पास यह क्रेश हुआ है. इस मामले पर पुलिस अधीक्षक सन्तोष पटियाल ने जानकारी देते हुए कहा की यह एयरफोर्स का मिग-21 विमान है जिसमें एक पायलट मौजूद था. विमान ने पठानकोट से उड़ान भरी थी. पायलट को अभी ढूंढा जा रहा है.
यह विमान पंजाब के पठानकोट से आ रहा था, जो धर्मशाला से करीब 55 किलोमीटर दूर जवाली के पट्टा जाटियान गांव में करीब 1.30 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
A MiG-21 aircraft, which was on a routine sortie crashed at 1321 hours in Kangra district of Himachal Pradesh. The aircraft had got airborne from Air Force Station Pathankot at 1220 hours. A Court of Inquiry has been ordered to establish the cause of the accident.
— ANI (@ANI) July 18, 2018
The MiG-21 took off from Punjab's Pathankot & later lost contact with its system. Police present on the spot. Fire has been doused but debris are scattered everywhere. The only pilot who was present in the plane is missing. No one else was injured: Kangra SP Santosh Patial pic.twitter.com/aWQhEYkrZD
— ANI (@ANI) July 18, 2018
#SpotVisuals: MiG-21 Indian aircraft coming from Punjab's Pathankot has crashed in Patta Jattiyan in Jawali subdivision of Himachal Pradesh's Kangra district. Pilot is missing pic.twitter.com/C9Ih9Q0hU2
— ANI (@ANI) July 18, 2018
हालांकि, इस बात की भी संभावना जताई जा रही है कि पायलट को विमान की खराबी का पता लग गया हो और वो क्रैश होने के पहले ही विमान से बाहर निकल गया हो.
The fighter pilot of the MiG 21 Indian aircraft that crashed in Himachal Pradesh's Kangra district has died. The aircraft had taken off from Punjab's Pathankot earlier today pic.twitter.com/AzOHfyYn0X
— ANI (@ANI) July 18, 2018
गौरतलब है कि सितंबर 2016 में भी मिग-21 हादसे का शिकार हो गया था. राजस्थान के बाड़मेर में हुए इस हादसे में विमान में सवार दोनों पायलटो ने पैराशूट से कूदकर अपनी जान बचाई थी.
मिग-21 सुपरसोनिक लड़ाकू जेट विमान है, जिसका निर्माण सोवियत संघ के मिकोयान-गुरेविच डिज़ाइन ब्यूरो ने किया है. पहले इसे ‘बलालैका’ के नाम से बुलाया जाता था, क्योंकि यह रूसी संगीत वाद्य ऑलोवेक की तरह दिखता था.