एयर चीफ मर्शल बी एस धनोआ ( BS Dhanoa) ने विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान (Wing Commander Abhinandan) के साथ मिग-21 विमान के साथ उड़ान भरी. बी एस धनोआ और विंग कमांडर अभिनंदन दोनों ने पठानकोट एयर बेस से उड़ान भरी. बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक (Balakot airstrikes) के बाद भारतीय वायु सीमा में घुसपैठ करने वाले पाकिस्तान के आधुनिक लड़ाकू विमान एफ-16 लड़ाकू विमान को मिग-21 (MiG 21 ) से 27 फरवरी 2019 को मार गिराया था. जिसके बाद पाकिस्तान बौखला उठा था. अभिनंदन की इस बहादुरी पर उन्हें वीर चक्र से सम्मानित किया गया था.
बता दें कि, 36 साल के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने पाकिस्तानी विमानों के साथ आसमान में हुई लड़ाई में अपने मिग 21 बाइसन विमान से पाकिस्तान का अत्याधुनिक विमान एफ-16 मार गिराया था. इसके बाद उनके मिग 21 को मार गिरा दिया गया था. वह विमान से सुरक्षित निकल गए थे लेकिन पेराशूट से पाकिस्तानी क्षेत्र में उतरे थे जहां उन्हें पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया था. हालांकि बाद में पाकिस्तान ने उन्हें छोड़ दिया था. फिलहाल वर्धमान राजस्थान में भारतीय वायुसेना के एक अड्डे पर सेवा दे रहे हैं.
#WATCH Pathankot: IAF Chief Air Chief Marshal BS Dhanoa and Wing Commander Abhinandan Varthaman moving towards the MiG-21 before their sortie earlier today. #Punjab pic.twitter.com/Rz9KJVJVWi
— ANI (@ANI) September 2, 2019
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BREAKING: IAF Chief Air Chief Marshal BS Dhanoa & Wing Commander Abhinandan Varthaman today flew a sortie in a MiG-21 fighter aircraft. During Pakistani counter attack on India on Feb 27 in response to Balakot airstrikes, Abhinandan had flown a MiG 21 Bison fighter into PoK(file) pic.twitter.com/7mbTiEcQIF
— ANI (@ANI) September 2, 2019
गौरतलब हो कि 21 जून, 1983 को जन्मे अभिनंदन का भारतीय वायु सेना के साथ पीढ़ियों पुराना रिश्ता है. वह आज मिग-21 उड़ाते हैं और उनके पिता सिंहकुट्टी वर्धमान मिग-21 उड़ा चुके हैं. पांच वर्ष पहले ही सेवानिवृत्त हुए अभिनंदन के पिता देश के उन चुनिंदा पायलट में से हैं, जिनके पास 4000 घंटे से ज्यादा तक 40 तरह के विमान उड़ाने का अनुभव है. वह करगिल युद्ध के दौरान वायुसेना की मिराज स्क्वाड्रन के चीफ आपरेशंस आफिसर थे. अभिनंदन के दादा भी भारतीय वायु सेना में रहे हैं. इस लिहाज से कहें तो देशभक्ति और देश के लिए कुछ करने का जुनून उन्हें विरासत में मिला है.