मध्य प्रदेश: सिंगरौली में रिलायंस पावर प्लांट का फ्लाई ऐश डैम टूटा, कई घरों में भरा राख का मलबा, 5 लोगों के लापता होने की खबर (Watch Video)
रिलायंस पॉवर प्लांट का फ्लाई ऐश डैम टूटा (Photo Credits: Twitter)

सिंगरौली: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सिंगरौली (Singrauli) जिले में शुक्रवार को रिलायंस पावर प्लांट (Reliance Power Plant) के फ्लाई ऐश डैम (Fly Ash Dam) टूट जाने की वजह से हडकंप मच गया है, क्योंकि आसपास के करीब तीन गांवों में लोगों के घरों में राख का मलबा घुस गया है. इस पॉवर प्लांट के आसपास के इलाकों में राख के मलबे की मोटी परत जम गई है, जबकि करीब 200 एकड़ में लगी फसलों को काफी नुकसान हुआ है. इस घटना के बाद से 5 ग्रामीण लापता बताए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि सिंगरौली के सासन में स्थित रिलायंस पावर प्लांट का यह डैम शुक्रवार की शाम टूटा है और (Toxic Ash) राख युक्त पानी के तेज बहाव के कारण गोहबइया नदी भी राख से भर गई है. सिंगरौली में पिछले एक साल में होने वाली यह तीसरी घटना है.

हालांकि घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत-बचाव का कार्य शुरु कर दिया. इसके अलावा रिलायंस पावर के भी बड़े अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे और राहत-बचाव के काम में जुट गए. पड़ोस के गांव में राख और पानी आ जाने से घरों में फंसे कई परिवारों को रेस्क्यू किया गया है. यह भी पढ़ें: भोपाल गैस पीड़ितों के हक की लड़ाई लड़ने वाले अब्दुल जब्बार का हुआ निधन, ब्लड प्रेशर और शुगर की बीमारी से थे पीड़ित

देखें वीडियो-

सिंगरौली के जिला कलेक्टर केवीएस चौधरी ने एनडीटीवी के हवाले से कहा कि जो पांच लोग लापता हुए हैं वे अपने घरों के भीतर थे और उनके घर रिलायंस पावर के ऐश डैम के पास है. उन्होंने कहा कि यह रिलायंस पावर द्वारा गंभीर लापरवाही है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इस घटना की जवाबदेही तय की जाए और पीड़ितों को मुआवजा दिया जाए. बताया जा रहा है कि पावर प्लांट के पास स्थित हर्रहवा गांव राख के मलबे में पूरी तरह से डूब गया है.

देखें तस्वीरें-

स्थानीय लोगों द्वारा शेयर की गई तस्वीरों और वीडियो में पावर प्लांट के आसपास के इलाकों में राख के कीचड का समंदर दिखाई दे रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि राख के रिसाव से हजारों एकड़ भूमि बर्बाद हो गई है और फसलों को नुकसान हुआ है, जबकि दो लोगों के शव बरामद हुए हैं. उनका कहना है कि पावर प्लांट के सीईओ के खिलाफ जिला प्रशासन की ओर से लापरवाही का मामला दर्ज किया जाना चाहिए. यह भी पढ़ें: Sitapur Gas Leak: फैक्ट्री में जहरीली गैस का रिसाव, 7 लोगों की मौत

गौरतलब है कि सिंगरौली में कोयला आधारित करीब 10 पावर प्लांट हैं. हालांकि इलाके में बिजली संयंत्रों के खिलाफ लोगों ने विरोध प्रदर्शन भी किए हैं. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) के अनुसार, इन संयंत्रों ने गाजियाबाद के बाद सिंगरौली को देश का दूसरा सबसे ज्यादा प्रदूषित औद्योगिक क्षेत्र बना दिया है. पिछले साल अगस्त में एस्सार प्लांट (Essar plant) के पास एक कृत्रिम तालाब का निर्माण हुआ था, इसी प्रकार पिछले साल अक्टूबर महीने में नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (National Thermal Power Corporation Limited) द्वारा संचालित एक पावर प्लांट कृत्रिम डैम टूट गया था.