झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 (Jharkhand Assembly Election 2019) के तारीखों का ऐलान हो गया है. इस बार के चुनाव में कई बड़े उलटफेर देखने को मिल सकते हैं. फिलहाल अभी थोड़ा समय बाकी जरुर है इसीलिए कौन किसके साथ कब होगा और कौन किसे छोड़ सकता है, इस बात की पुष्टि करना थोड़ी जल्दबाजी होगी. लेकिन कुछ परिवर्तन नजर आने लगे हैं. जैसे कि मुख्यमंत्री और झारखंड विकास मोर्चा (JVM) के प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि उनकी पार्टी विपक्षी दलों के महागठबंधन में शमिल नहीं होगी और अकेले चुनाव लड़ेगी. सूबे कि कुल 81 सीटों पर झारखंड विकास मोर्चा अपने दम पर चुनाव लड़ने का मन बना रही है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान मैंने प्रयास किया कि गठबंधन बना रहे, पर सभी पार्टियों को सीटों को लेकर अपनी-अपनी समस्याएं हैं. छोटा राज्य है, कम सीटें हैं. दावेदार अधिक हैं, ऐसे में गठबंधन संभव होता नहीं दिख रहा था. इसके बाद हमने 'एकला चलो रे' की राह को अपनाते हुए अकेले ही लड़ने का फैसला किया.
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) पर कटाक्ष करते हुए इशारों ही इशारों में कहा, कई लोगों की पुरखों की पार्टी है, विरासत में उन्हें सीटें मिली हैं, परंतु हमारी पार्टी नई है। हम दिहाड़ी मजदूर हैं। संघर्ष कर सीट जीतेंगे. चुनाव बाद के गठबंधन के विषय को उन्होंने चुनाव बाद के लिए टाल दिया. उन्होंने कहा कि इस चुनाव के पहले ही भाजपा डरी और सहमी हुई है. पूर्व मुख्यमंत्री मरांडी ने शनिवार को आईएएनएस के साथ विशेष बातचीत में कहा कि गठबंधन का मामला नहीं बन पा रहा है. कभी भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे मरांडी ने कहा, अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास की इतनी ही लोकप्रियता है तो अपनी ही पार्टी के किसी कार्यकर्ता को टिकट देकर जीतवा कर दिखाते, दूसरी पार्टी के विधायकों को तोड़ने की क्या जरूरत थी.
गौरतलब हो कि झारखंड विधानसभा का चुनाव पांच चरणों में 30 नवंबर से शुरू होगा. विधानसभा चुनाव के लिए प्रथम चरण का मतदान 30 नवंबर को, दूसरे चरण का मतदान सात दिसंबर को, तीसरे, चौथे और पांचवें चरण के मतदान क्रमश: 12, 16 और 19 दिसंबर को होंगे. 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतों की गिनती 23 दिसंबर को होगी. झारखंड में मुख्यमंत्री रघुबर दास के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार राज्य की सत्ता में वापसी की उम्मीद लगाए बैठी है. वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा ने 37 सीटें जीती थी, और उसके सहयोगी ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) ने पांच सीटें जीती थी, दोनों गठबंधन सहयोगियों की सीटों की संख्या 81 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए जरूरी 41 सीटों से अधिक थी. ( आईएएनएस इनपुट )