झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 (Jharkhand Assembly Election 2019) के कार्यक्रम की घोषणा शाम को 4:30 बजे हुई. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने पूरी जानकारी दी. झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल अगले साल पांच जनवरी को समाप्त हो रहा है. इसी के मद्देनजर चुनाव का कार्यक्रम घोषित किया गया. झारखंड विधानसभा चुनाव की रणभेरी बजने से पहले ही सभी राजनीतिक दल दांव-पेच अपनाकर अपनी ताकत बढ़ाने की जुगाड़ में लग गए हैं. महाराष्ट्र-हरियाणा चुनाव के परिणाम ने इस बार विपक्ष को एक नई ताकत दे दी है. हरियाणा में बीजेपी का टारगेट 75 सीट जीतने का था लेकिन पार्टी 40 सीट पर संतोष करना पड़ा.
झारखंड में 81 सीटों पर विधानसभा चुनाव होगा. यहां सत्ता की चाभी पाने के लिए 41 सीटों पर जीत हासिल करना होगा. अगर साल 2014 के चुनाव पर नजर डाले तो 5 चरण में मतदान हुआ था, जो 25 नवंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर को खत्म हुआ था. वहीं परिणाम पर नजर डालें तो बीजेपी को 37 सीटें मिली थी. उस वक्त बीजेपी (BJP) को 31.3 फीसदी वोट वोट मिले थे. वहीं सहयोगी ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (All Jharkhand Students Union) 3.7 फीसदी वोट के साथ 5 सीटें जीती थी.
झारखंड विकास मोर्चा ( Jharkhand Vikas Morcha) को 8 सीटें मिली लेकिन परिणाम के बाद 6 विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया था. जेवीएम को चुनाव के दौरान 10 फीसदी वोट मिले थे. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा (Jharkhand Mukti Morcha) 20.4 फीसदी वोट मिले थे. इस दौरान जेएमएम ने 19 सीटें पर कब्जा किया था. वहीं कांग्रेस को महज 7 सीटों पर संतोष करना पड़ा था, कांग्रेस को 10.5 फीसदी वोट मिले थे.
साल 2009 के चुनाव परिणाम:- इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 20.18 फीसदी वोट मिला था और 18 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा को 15.20 फीसदी वोट मिला था. वहीं बीजेपी की तरह इन्हें भी 18 सीटों पर खुश रहना पड़ा. कांग्रेस 16.16 फीसदी वोट और 14 सीटों पर जीत मिली थी. इसके अलावा झारखंड विकास मोर्चा 8.99 फीसदी वोट और 11 सीटों जीत हासिल किया था.
लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 के परिणाम:- साल 2014 के लोकसभा चुनाव में झारखंड के कुल 14 लोकसभा सीटों में से बीजेपी 12 और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 2 पर जीत दर्ज की थी. वहीं साल 2019 के लोकसभा चुनाव परिणाम पर नजर डाले तो बीजेपी 11 सीट और ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन को 1 सीट पर जीती थी. वहीं कांग्रेस 1 और जेएमएम 1 को एक सीट पर संतोष करना पड़ा था.