Chhatrapati Sambhaji Maharaj Rajyabhishek Din 2025 Marathi Wishes: मराठा साम्राज्य के महान शासक और वीर योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) के पुत्र छत्रपति संभाजी राजे (Chhatrapati Sambhaji Raje) का जन्म 14 मई 1657 को पुरंदर दुर्ग में सई बाई के गर्भ से हुआ था, सई बाई शिवाजी महाराज की दूसरी पत्नी थीं, लेकिन जब संभाजी राजे दो साल के हुए तब उनकी मां का निधन हो गया. ऐसे में उनकी दादी जीजाबाई ने ही उनकी परवरिश की और उनमें बहादुरी व शौर्यता के बीज बोए. बता दें कि छत्रपति शिवाजी महाराज के निधन के बाद संभाजी महाराज का 16 जनवरी 1681 को महाराष्ट्र के रायगढ़ किले में भव्य राज्याभिषेक हुआ था, इसलिए महाराष्ट्र में हर साल 16 जनवरी को छत्रपति संभाजी महाराज राज्याभिषेक दिन (Chhatrapati Sambhaji Maharaj Rajyabhishek Din) मनाया जाता है. राज्याभिषेक के बाद संभाजी महाराज ने रायगढ़ पर हमला करने वाले मुगल शासक औरंगजेब को कई बार युद्ध में हराया था.
छत्रपति संभाजी महाराज का जीवन उनके पिता की तरह ही देश और हिंदुत्व को समर्पित था. उन्हें भी शिवाजी महाराज की तरह शौर्य और बहादुरी का प्रतीक माना जाता था, जो बचपन से ही युद्ध कौशल और कूटनीति में दक्ष थे. उन्होंने औरंगजेब से करीब 120 युद्ध किए और हर युद्ध में औरंगजेब को हार का सामना करना पड़ा था. छत्रपति संभाजी महाराज राज्याभिषेक दिन की आप इन मराठी विशेज, कोट्स, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स को भेजकर शुभकामनाएं दे सकते हैं.
कहा जाता है कि औरंगजेब ने मुस्लिम धर्म अपनाने का प्रस्ताव देते हुए संभाजी महाराज के पास संदेश भिजवाया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था. इसी से बौखला कर औरंगजेब ने 11 मार्च 1689 को हिंदू नववर्ष के दिन संभाजी महाराज की हत्या करवा दी थी, लेकिन उनकी हत्या करने से पहले औरंगजेब ने कहा था कि अगर उसके चारों पुत्रों में से एक भी संभाजी महाराज जैसा होता तो वो पूरे हिंदुस्तान को अपनी सल्तनत बना चुका होता.
बताया जाता है कि औरंगजेब ने संभाजी महाराज की हत्या कर उनके शरीर के क्षत-विक्षत टुकड़े कर तुलापुर की नदी में फेंक दिया था, जिसे नदी के किनारे रहने वाले लोगों ने इकट्ठा किया और उनके शव के टुकड़ों को सिलने के बाद विधि-विधान से उनका अंतिम संस्कार किया.