बेंगलुरू. कर्नाटक के तटीय जिले उडुपी और दक्षिण कन्नड़ में 13 सेंटीमीटर की भारी बारिश से जनजवीन अस्त-व्यस्त हो गया है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि पिछले सप्ताह तक निरंतर बारिश ने क्षेत्र में कहर बरपाया था. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की बेंगलुरू शाखा ने अपनी वेबसाइट पर कहा, "कर्नाटक के अधिकतर तटीय जगहों और आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई है. दक्षिणपश्चिम मॉनसून हालांकि कर्नाटक के उत्तरी जिलों में कमजोर पड़ गया है.
कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र (केएसएनडीएमसी) के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में उडुपी जिले में 13.7 सेंटीमीटर की औसत बारिश दर्ज की गई, जबकि दक्षिण कन्नड़ में 10.7 सेंटीमीटर दर्ज की गई है.
यहां से करीब 400 किलोमीटर पश्चिम तटीय जिले उडुपी के कुछ हिस्सों में 15 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है.
भारी बारिश के कारण जिलों के शहर व नगरों की मुख्य सड़कों और राष्ट्रीय राजमार्गो पर पानी भर गया है और वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है.
बारिश के कारण तटीय जिलों में कुछ पुलों के क्षतिग्रस्त होने की खबरें हैं, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है.
मौसम विभाग के मुताबिक, तटीय जिलों में मॉनसून की भारी बारिश 20 जून तक हुई, हालांकि कुछ दिनों के लिए बारिश बंद हो गई, लेकिन फिर से आई बारिश ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है.
बारिश के परिणामस्वरूप, कावेरी नदी बेसिन के जलाशय भर चुके हैं. मैसूर जिले में काबिनी जलाशय से पानी बह रहा है, क्योंकि यह अपनी अधिकतम क्षमता तक पूरा भर चुका है.