COVID-19: महाराष्ट्र में बढ़े कोरोना के मामले, एक दिन में 84 नए केस; सबसे ज्यादा मरीज मुंबई में
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मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण एक बार फिर से सिर उठाता नजर आ रहा है. शुक्रवार को राज्य में 84 नए कोविड-19 केस सामने आए हैं, जिससे साल की शुरुआत से अब तक कुल मामलों की संख्या 681 तक पहुंच गई है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि अधिकांश मरीजों में लक्षण बेहद हल्के हैं और घबराने की जरूरत नहीं है. इन 84 नए मामलों में सबसे ज्यादा 32 मरीज मुंबई से मिले हैं. इसके अलावा ठाणे जिले में 2, ठाणे महानगरपालिका क्षेत्र में 14, नवी मुंबई और कल्याण-डोंबिवली में 1-1, रायगढ़ में 2, पनवेल में 1, नासिक शहर में 1, पुणे जिले में 1 और पुणे महानगरपालिका क्षेत्र में 19 मामले सामने आए हैं.

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पिंपरी-चिंचवड़ में 3, सातारा में 2, कोल्हापुर जिले और कोल्हापुर महानगरपालिका में 1-1 और सांगली महानगरपालिका क्षेत्र में 3 केस दर्ज किए गए हैं.

अब तक कितने एक्टिव केस?

राज्य में इस समय कुल 467 सक्रिय कोविड मरीज हैं. अकेले मुंबई में जनवरी 2025 से अब तक 411 केस दर्ज किए जा चुके हैं. विभाग ने बताया कि सभी मरीजों में संक्रमण की तीव्रता कम है, और वे होम आइसोलेशन या सामान्य उपचार से ठीक हो रहे हैं. इस साल अब तक कोरोना से 7 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से 6 मरीज पहले से किसी और गंभीर बीमारी (Co-Morbidity) से पीड़ित थे. एक की मौत अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के चलते हुई.

कितनी हुई टेस्टिंग?

जनवरी से अब तक राज्य में 10,324 कोविड टेस्ट किए गए हैं, जिनमें से 681 पॉजिटिव पाए गए. इसका मतलब है कि अभी संक्रमण की दर कम है, लेकिन लापरवाही भारी पड़ सकती है.

सरकार की अपील: घबराएं नहीं, लेकिन सावधानी जरूरी

स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि राज्य में पर्याप्त जांच और उपचार की सुविधाएं मौजूद हैं. लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन भीड़भाड़ से बचें, मास्क का प्रयोग करें, और किसी भी लक्षण के दिखाई देने पर तुरंत जांच कराएं.

कोरोना से बचाव के उपाय याद रखें:

  • हाथ धोना और सैनिटाइज़र का इस्तेमाल नियमित करें.
  • भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें.
  • सर्दी, खांसी या बुखार होने पर डॉक्टर से संपर्क करें.
  • कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज लेना न भूलें.

हालांकि कोरोना के नए मामलों की संख्या अभी सीमित है और लक्षण हल्के हैं, लेकिन पिछले अनुभव हमें बताते हैं कि वायरस कब गंभीर रूप ले ले, कहना मुश्किल है. इसलिए समय रहते सावधानी बरतना ही समझदारी है.