
धाराशिव, महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के धाराशिव जिले के वाशी तहसील के तांदुलवाड़ी गांव में किसानों पर पुलिस द्वारा की गई बर्बर मारपीट की घटना ने सबको चौंका दिया है. किसान अपने खेत की जमीन पर लगे पवनचक्की के लिए उचित मुआवज़े की मांग कर रहे थे, लेकिन बातचीत की जगह उन्हें लाठीचार्ज का सामना करना पड़ा.इस घटना में पुलिस ने एक किसान गणेश शेरकर को न केवल नीचे गिरा दिया बल्कि उनके सीने पर बैठकर उनके ही खेत से काटे गए गन्ने से बेरहमी से पीटा. ये दृश्य कैमरे में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विपक्ष ने इस घटना का विरोध किया है.ठाकरे गुट के विधायक कैलास पाटील ने इस घटना की तीव्र निंदा करते हुए इसे 'रज़ाकारों और निज़ामशाही' जैसी कार्यशैली बताया.उन्होंने पुलिसकर्मियों को 'खाकी वर्दी में गुंडे' कहकर संबोधित किया और राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी तीखा सवाल उठाया ,'क्या ये सरकार किसानों की है या कंपनियों की?
इस वीडियो को सोशल मीडिया X पर @MumbaikarPratik नाम के हैंडल से शेयर किया गया है. ये भी पढ़े:रामलीला मैदान में किसानों की महापंचायत: मध्य दिल्ली में पुलिस तैनात, यातायात पर पड़ सकता है असर
किसानों के साथ मारपीट
बीड प्रकरण ताजे असतानाच धाराशिव जिल्ह्यातील वाशी तालुका पवनचक्की प्रकरणात तांदुळवाडी शिवारातील शेतकऱ्यांना पोलीस प्रशासनाकडून बेदम मारहाण....!!
उद्योगपतीचे कर्ज माफ करणारे सरकार उद्योगपतीनाच मदत करणार...!!
जाहीर निषेध#maharashtra #dharashiv@OmRajenimbalkr @PatilKailasB pic.twitter.com/xROqaZwwWl
— प्रतिक मुंबईकर (@MumbaikarPratik) June 22, 2025
मुआवज़े के कारण हुई पिटाई
गणेश शेरकर के खेत में दो अलग-अलग कंपनियों ने पवनचक्कियों के टॉवर लगाए हैं. इनमें से एक कंपनी ने उचित मुआवज़ा दिया, जबकि दूसरी ने कम भुगतान किया.इसी असमानता के खिलाफ किसानों ने विरोध जताया और काम रोक दिया.कंपनी की ओर से संवाद की बजाय पुलिस को बुलाया गया.
गांव में तनाव
पुलिस की इस बर्बरता के बाद गांव में भारी तनाव फैल गया है.आक्रोशित किसानों ने वाशी पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है और न्याय की मांग की है.ग्रामीणों का कहना है कि अगर दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन तेज करेंगे.