Kolkata, October 24: पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान सितारंग का असर धीरे-धीरे देखने को मिल रहा है. सितारंग तूफान को देखते हुए मौसम विभाग ने असम और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों के साथ पश्चिम बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों में तूफान के संभावित प्रभाव की चेतावनी जारी की है. Delhi Pollution: दिवाली के दिन दिल्ली की हवा घुला जहर, आनंद विहार का AQI लेवल 390 के पार
भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि 24 अक्टूबर को चक्रवाती तूफान 'सीतांग' के उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और आगे भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. आईएमडी ने कहा कि सितारंग उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ना जारी रखेगा, मंगलवार की सुबह तड़के बांग्लादेश में बारिसल के पास तिनकोना द्वीप और सैंडविच के बीच लैंडफॉल बनाने से पहले चक्रवात उत्तर बंगाल की खाड़ी में पहुंच जाएगा.
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आईएमडी के बयान में कहा गया है, "पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे सटे पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान और इसके गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना के कारण मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे 25 अक्टूबर 2022 तक समुद्र में न जाएं. " विभाग ने संभावित नुकसान की भविष्यवाणी करते हुए कहा कि फूस की झोपड़ियों को नुकसान होने की संभावना है.
सितरंग तूफान 25 अक्तूबर की सुबह बांग्लादेश कोस्ट में तिनकोना द्वीप और सान द्वीप के बीच से होकर निकलेगा. IMD के मुताबिक, जब तूफान सितरंग बंगाल की सीमा के पास बांग्लादेश में प्रवेश करेगा तो इसकी रफ़्तार 80-90 किलोमीटर प्रति घंटे की रहेगी और गस्टिंग स्पीड सौ किलोमीटर प्रति घंटे की रहेगी.