COVID-19 Scare: भक्त और भगवान के बीच दीवार बना कोरोना वायरस, देश के कई धार्मिक स्थलों पर भक्तों की एंट्री बैन, जानें कहां-कहां लगी है दर्शन पर रोक
कोरोना वायरस के चलते कई धार्मिक स्थल बंद (Photo Credits: ANI/File Image)

COVID-19 Scare: देशभर में नोवेल कोरोना वायरस (Novel Coronavirus) हाहाकार मचा रहा है और लगातार इससे संक्रमति होने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) पॉजिटिव मामलों की संख्या ढाई सौ के पार पहुंच गई है. खासकर इसका सबसे ज्यादा प्रभाव महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है, यहां अब तक 52 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. कोविड-19 (COVID-19) के प्रकोप से बचने और इस जानलेवा वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप का असर सिर्फ इंसानों पर ही नहीं, बल्कि देवी-देवताओं पर भी पड़ता दिख रहा है. आलम तो यह है कि कोरोना वायरस भक्त और भगवान के बीच दीवार बनकर खड़ा हो गया है और इस जानलेवा वायरस के चलते भक्त अपने आराध्य के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं.

देश के कई धार्मिक स्थलों पर कोरोना वायरस का असर पड़ा है. इसी कड़ी में देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित कई मशहूर मंदिरों व धार्मिक स्थलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है और श्रद्धालुओं के प्रवेश को बैन कर दिया गया है. गुरुवार तक देश के 34 प्रसिद्ध मंदिरों को बंद किए जाने की जानकारी आई थी, लेकिन शुक्रवार तक यह आंकड़ा बढ़कर 44 हो गया. देखें देश के उन धार्मिक स्थलों की लिस्ट जहां, कोरोना वायरस के चलते भक्तों की एंट्री को बैन कर दिया गया है. यह भी पढ़ें: देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामले, सरकार ने अस्पतालों को दिए तैयार रहने के निर्देश, एडवाइजरी जारी

महाराष्ट्र

भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में देखा जा रहा है. ऐसे में एहतियात के तौर पर मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबादेवी मंदिर, महालक्ष्मी, बाबूलनाथ, इस्कॉन टेंपल को 31 मार्च तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. इसके साथ ही त्र्यंबकेश्वर, शिरडी के साईंबाबा मंदिर और शनि शिंगणापुर को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है, पुणे के दगड़ूशेठ हलवाई मंदिर समेत कई मंदिरों को भी बंद कर दिया गया है. वहीं मुंबई के हाजीअली दरगाह और माहिम दरगाह को भी आम जायरीनों के लिए अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. इसके अलावा औरंगाबाद जिले में स्थित घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन भी बंद कर दिए गए हैं.

नई दिल्ली

देश की राजधानी दिल्ली में भी कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया है. कोविड-19 के चलते झंडेवाला मंदिर को 21 मार्च से अगले आदेश तक बंद किया गया है. इसके साथ ही इस्कॉन मंदिर में भी भक्तों की एंट्री को अगले आदेश तक बैन किया गया है.

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए मंदिरों में भक्तों की एंट्री बैन कर दी गई है. वाराणसी में संकट मोचन हनुमान मंदिर को 25 मार्च तक श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है. काशी विश्वनाथ मंदिर में 24 मार्च तक भक्तों के प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई है. इसके साथ ही यहां के दशाश्वमेध घाट पर होने वाली आरती में भी आम लोगों की एंट्री बैन कर दी गई है. वहीं भगवान राम से जुड़े महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल चित्रकूट के कामतानाथ मंदिर को भी अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. इसके साथ ही प्रयागराज स्थित लेटे हनुमान मंदिर को भी बंद किया गया है. यह भी पढ़ें: कोरोना का कहर: काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर 24 मार्च तक के लिए रोक

गुजरात

गुजरात में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर सभी प्रमुख मंदिरों जैसे सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, द्वारिका धाम, अंबाजी माता मंदिर और पावागढ़ माता मंदिर समेत कई मंदिरों में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है.

मध्य प्रदेश

खंडवा के पास स्थित ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के साथ उज्जैन के महाकाल मंदिर को भी भक्तों के लिए बंद कर दिया गया है. मंदिर संस्थान ने श्रद्धालुओं से कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते यहां न आने का आग्रह किया है.

जम्मू-कश्मीर

जम्मू के कटरा स्थित श्री माता वैष्णोदेवी ट्रस्ट ने वैष्णो देवी यात्रा को 31 मार्च तक के लिए रद्द कर दिया है. हालांकि इससे पहले भी ट्रस्ट ने निर्देश दिया था कि एनआरआई देश में आने के 28 दिन तक वैष्णो देवी न आएं. इसके साथ ही वो लोग यात्रा टाल दें जिन्हें खांसी, बुखार और सांस लेने में परेशानी हो रही हो. इसके साथ ही यहां स्थित ऐतिहासिक रघुनाथ मंदिर को अलगे आदेश तक आम भक्तों के लिए बंद कर दिया गया है.

राजस्थान

कोरोना वायरस के कहर के चलते राजस्थान के पुष्कर स्थित ब्रह्मा मंदिर को 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है. हालांकि मंदिर में पूजा नियमित रूप से की जाएगी. इसके साथ ही सीकर स्थित खाटू श्याम मंदिर को भी अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. यह भी पढ़ें: Coronvirus Scare: माता वैष्णो देवी की यात्रा आज से बंद, जम्मू-कश्मीर के सभी अंतर्राज्यीय बसों के परिसंचालन पर भी रोक

केरल

केरल के कोच्चि स्थित गुरुवायुर मंदिर में सीमित संख्या में ही भक्तों को प्रवेश दिया जा रहा है. खासकर 20 मार्च से 28 मार्च के बीच यहां होने वाले भरणी महोत्सव को देखते हुए यह बैन लगाया गया है. वहीं सबरीमाला मंदिर में 28 मार्च से शुरू होने वाले 10 दिवसीय उत्सव में भक्तों को दर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी. यहां कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते दर्शन पर बैन लगाया गया है.

आंध्र प्रदेश

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट ने तिरुपति बालाजी मंदिर को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया है. इस दौरान यहां केवल मंदिर के पुजारियों और ट्रस्ट के अधिकारियों को ही आने की अनुमति होगी.

कर्नाटक

बेंगलुरु के राजाजी नगर और कनकपुरा रोड़ स्थित इस्कॉन मंदिर को भी अगले आदेश तक भक्तों के लिए बंद कर दिया गया है.

तमिलनाडु

कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर मदुरै स्थित मीनाक्षी मंदिर को 31 मार्च तक के लिए बंद किया गया है. कुंभकोणम में स्थित 1000 साल पुराने बृहदेश्वर महादेव मंदिर, धारासुरम् मंदिर, अरियालुर का चोला मंदिर में भी भक्तों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह भी पढ़ें: कोरोनावायरस का कहर: मंदिरों पर भी लगा पहरा, भगवान के दर्शन से श्रद्धालु हो रहे हैं महरूम

ओडिशा

पुरी में स्थित विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ मंगिद को 31 मार्च तक भक्तों के लिए बंद कर दिया गया है. हालांकि इस दौरान पुजारी नियमित रूप से भगवान की पूजा और आरती करते रहेंगे.

हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस से सुरक्षा के मद्देनजर कांगड़ा में बृजेश्वरी मंदिर, ज्वालामुखी मंदिर, चामुंडा देवी मंदिर, बगलामुखी मंदिर, बिलासपुर जिले के मां नयना देवी मंदिर और ऊना जिले में स्थित चिंतपुर्णी मंदिर को अगले आदेश तक भक्तों के लिए बंद कर दिया गया है. वहीं धर्मशाला स्थित दलाई लामा टेंपल और सिद्धिबाड़ी स्थित ग्यूतो मोनेस्ट्री में भी श्रद्धालुों के प्रवेश पर एक महीने के लिए पाबंदी लगा दी गई है.

हरिद्वार

देवभूमि उत्तराखंड में भी कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं. हरिद्वार में रोजाना होने वाली गंगा आरती पर 31 मार्च तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है.

असम

असम के गुवाहाटी स्थित कामाख्या शक्तिपीठ में मंदिर प्रशासन ने प्रतिदिन लगने वाले भोग को कुछ दिन के लिए बंद कर दिया है. इसके साथ ही यहां आने वाले श्रद्धालुओं को हैंड सैनिटाइजर मुहैया कराया जा रहा है. यह भी पढ़ें: Coronavirus: महाराष्ट्र में COVID-19 के 39 पॉजिटिव मामले, पुणे का दगड़ूशेठ हलवाई मंदिर अस्थायी रूप से बंद, इन मंदिरों में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर बैन

अमृतसर

अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल यानी स्वर्ण मंदिर खुला है, लेकिन परिसर में गोल्डन टैंपल प्लाजा को बंद कर दिया गया है. यहां आने वाले श्रद्धालुओं को प्रवेश करने से पहले हैंड सैनिटाइजर मुहैया कराया जा रहा है.

गौरतलब है कि देश के इन धार्मिक स्थलों को एहतियात के तौर पर बंद किया गया है और श्रद्धालुओं से मंदिर न आने की अपील की गई है, ताकि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप की रोकथाम की जा सके. लिहाजा कोरोना वायरस के चलते अब भक्त अपने भगवान के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं.