![Bengaluru Beer Shortage: बेंगलुरु में बीयर की किल्लत, बार-रेस्टोरेंट में भी सप्लाई ठप, अचानक बढ़े दाम; जानें क्या है वजह Bengaluru Beer Shortage: बेंगलुरु में बीयर की किल्लत, बार-रेस्टोरेंट में भी सप्लाई ठप, अचानक बढ़े दाम; जानें क्या है वजह](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2025/01/alco-380x214.jpg)
Bengaluru Beer Shortage: बेंगलुरु और पूरे कर्नाटक में बीयर प्रेमियों को अपने पसंदीदा ड्रिंक की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. दुकानों, बार और शराब के ठिकानों पर बीयर की सप्लाई बेहद सीमित हो गई है, और जहां उपलब्ध है, वहां इसकी कीमतें आसमान छू रही हैं. बेंगलुरु के लोग अब विकल्प तलाश रहे हैं या फिर बढ़ी हुई कीमतों पर बीयर खरीदने को मजबूर हैं. शहर की कुछ जगहों पर बीयर उपलब्ध है, वे इसे बढ़े हुए दामों पर बेच रहे हैं, जिससे उपभोक्ताओं में निराशा बनी है.
बीयर की कमी क्यों हुई?
इस संकट की सबसे बड़ी वजह हाल ही में सरकार द्वारा लगाया गया मूल्यवृद्धि है. 20 जनवरी 2023 को कर्नाटक सरकार ने बीयर की कीमतों में 10 रुपये से 40 रुपये प्रति 650ml बोतल तक की वृद्धि की, जो ब्रांड के अनुसार अलग-अलग है. यह बढ़ोतरी राज्य के आबकारी विभाग की आय बढ़ाने के प्रयास का हिस्सा है.
इसके तहत बीयर पर एक्साइज ड्यूटी को 185% से बढ़ाकर 195% कर दिया गया है, जो 130 रुपये प्रति बल्क लीटर (या उससे अधिक) तय की गई है. इसके चलते कुछ ब्रांड की बीयर जो पहले ₹100 में मिलती थी, अब 145 रुपये तक पहुंच गई है, जबकि महंगे ब्रांड की कीमत 230 रुपये से 240 रुपये हो गई है.
बिक्री में गिरावट और सप्लाई चेन का संकट
इस अप्रत्याशित मूल्यवृद्धि से बाजार में सप्लाई चेन बुरी तरह प्रभावित हुई है. पुराने स्टॉक को जल्दी खत्म किया जा रहा है, जबकि नई दरों के अनुसार उत्पादन और वितरण में समय लग रहा है. नतीजतन, राज्य भर में बीयर की उपलब्धता घट गई है.
नए नियम भी बने बाधा
सरकार ने बीयर की बोतलों पर शुगर कंटेंट दिखाने की अनिवार्यता भी लागू कर दी है. इससे उत्पादन में देरी हो रही है क्योंकि कंपनियों को नए लेबल छपवाने पड़ रहे हैं. इस बदलाव ने बीयर उत्पादन और वितरण में और भी बाधाएं खड़ी कर दी हैं.
बार मालिकों और विक्रेताओं की चिंता बढ़ी
बेंगलुरु बार ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष लोकेश का कहना है कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, बीयर की मांग अपने चरम पर पहुंचती है, लेकिन मौजूदा स्थिति में ग्राहक बीयर नहीं खरीद पा रहे हैं. वाइन मर्चेंट्स एसोसिएशन के अनुसार, इस मूल्यवृद्धि और सप्लाई की कमी के कारण बीयर की बिक्री में 10 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीयर निर्माताओं ने फिलहाल उत्पादन रोक दिया है ताकि नए नियमों के अनुसार लेबल अपडेट किए जा सकें और कीमतों को पुनः निर्धारित किया जा सके. इस प्रक्रिया में 40 से 45 दिन लग सकते हैं, जिससे बीयर संकट और गहरा सकता है.