
भारत में कल, 7 जून 2025 को, ईद-उल-अज़हा, जिसे बकरीद के नाम से जाना जाता है. जिस त्योहार को भारत में मनाया जाएगा. इस अवसर पर कुर्बानी की परंपरा निभाई जाती है. इसी संदर्भ में, उत्तर प्रदेश खाद्य एवं बीज विकास निगम के उपाध्यक्ष राजेश्वर सिंह ने एक विवादास्पद बयान दिया.
प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी हुई तो .....
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा, "यदि प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी हुई, तो मुसलमानों को भी परिणाम भुगतने पड़ेंगे, और कुशीनगर में खून की धारा बहेगी. यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे सांप्रदायिक तनाव की आशंका बढ़ गई है. यह भी पढ़े: Bank Holiday: बकरीद पर 6 और 7 जून 2025 को बैंकों की छुट्टी; जानिए आपके राज्य में बैंक खुले रहेंगे या नहीं
DGP राजीव कृष्ण ने दिए अहम निर्देश
हालांकि इससे पहले, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने बकरीद को शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाने के लिए गुरुवार को व्यापक निर्देश जारी किए. इनके तहत, पुलिस ने एहतियाती उपाय, सामुदायिक सहभागिता, और सतर्कता पर आधारित रणनीति लागू की है.पुलिस थानों ने त्योहार रजिस्टरों की समीक्षा कर नई परंपराओं को रोकने के लिए कदम उठाए हैं.
प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी पर रोक के आदेश
डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि स्थानीय मजिस्ट्रेट, धार्मिक नेताओं, शांति समितियों, और नागरिक सुरक्षा कर्मियों के साथ समन्वय बैठकें आयोजित की गई हैं ताकि संवाद और सहयोग बढ़े. प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी पर सख्त रोक और कुर्बानी के अवशेषों के निपटान के लिए नगर निगमों के साथ समन्वय सुनिश्चित किया गया है.
डीजीपी ने बताया कि पुलिस ने त्योहार से संबंधित स्थानों को सूचीबद्ध किया और जोन/सेक्टर योजनाओं के तहत अतिरिक्त पुलिस, प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी), और होमगार्ड बल तैनात किए गए हैं. ताकि पूरे प्रदेश में बकरीद का त्योहार शांति पूर्ण तरीके से मनाया जा सके